उरई (जालौन)(गोविंद सिंह दाऊ):- आज जालौन नगर में दीपू त्रिपाठी के आवास पर श्री जनेश्वर मिश्र जी की जयंती मनायी गई जिसमे दीपु त्रिपाठी ने कहा मिश्र जी का जन्म 5 अगस्त, 1933, शुभनथहीं, बलिया, उत्तर प्रदेश मै हुआ था और उनकी मृत्यु 22 जनवरी 2010 इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश मै हुई थी वे समाजवादी पार्टी के राजनेता थे। वह कई बार लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे। उन्होंने मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, एच. डी. देवगौड़ा और इंद्रकुमार गुजराल के मंत्रिमण्डलों में काम किया। सात बार केन्द्रीय मंत्री रहने के बाद भी उनके पास न अपनी गाड़ी थी और न ही बंगला। उन्होंने ग़रीब और शोषित लोगों के लिए हमेशा संघर्ष किया और यही वजह है कि आज भी उन्हें उनके समाजवाद के लिए न सिर्फ याद किया जाता है।
बल्कि छोटे लोहिया’ के नाम से भी जाना जाता है। उनके पिता का नाम रंजीत मिश्र और माता का नाम बासमती था। उनका विवाह गंगोत्री देवी के साथ हुआ। उनकी दो पुत्री थीं। लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ. राम मनोहर लोहिया का गहरा प्रभाव विद्यार्थी जीवन में जनेश्वर मिश्र पर पड़ा। जयप्रकाश नारायण के सर्वोदय आंदोलन में चले जाने के बाद जब लोहिया ने समाजवादी आंदोलन और संघर्ष की कमान संभाली तब से जनेश्वर मिश्र पूरी तरह से डॉ. लोहिया के ही साथ हो गए। ऐसे समाजवादी विचारक जिन्हे नेता जी भी अपना आदर्श मानते थे। ऐसे नेता की जयंती पर समस्त प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया जनपद जालौन के परिवार की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि इस मौक़े पर लाखन निरंजन, बलवान गुर्जर, रामेन्द्र त्रिपाठी नीलू यादव,सानु पाठक,पुनीत मुदगल,रिंकु गुर्जर,प्रत्युष द्विवेदी, विक्रांत सोनी, दादु पटेल, इमरान खान व अमित श्रीवास्तव सहित कई साथी मौजूद रहे।