बेरी वाले बाबा के दरगाह खादिम बने नाजिर शाह
उरई(जालौन)(गोविंद दाऊ):-। अल्लाह को राजी करने के लिए मुस्लिमों को नमाज कायम करनी चाहिए। तभी अल्लाह राजी होगा। यह बात मंगलवार को कारी नसीरुल कादरी ऐरचवी ने अजीम सूफी बुजुर्ग हजरत बेरी वाले बाबा के खादिम रहे मरहूम सूफी सत्तर बाबा की फातिहा चालीसवें के दौरान कही।
शहर के मोहल्ला तुफैलपुरवा स्थित मरहूम सूफी सत्तर शाह बाबा की फातिहा का आयोजन किया गया। इस दौरान उनकी फातिहा में सैकड़ों की तादाद में उनके अनुयायी पहुंचे। फातिहा चालीसवें के दौरान झांसी से चलकर आए कारी नसीरुल कादरी ने अल्लाह को राजी करने के उपाय बताए। वहीं फातिहा चालीसवें के दौरान दरगाह खादिम के नवासे नाजिर शाह को दरगाह बेरी वाले बाबा का बतौर खादिम बनाया गया। इस दौरान शहर काजी शकील बेग रहमानी, हाफिज शेख मुहम्मद, हाफिज सलमान कादरी, हाफिज इमरान, समाजसेवी सज्जन ठेकेदार,कारी शमशुल कादरी,अहमद अली,हाफिज शहादत हुसैन,फाजील खान ने सहमति जताकर हजरत बेरी वाले बाबा का मरहूम सत्तार शाह बाबा के नवासे नाजिर शाह को दरगाह खादिम बनाया। इस दौरान सकूर आमीन, हाजी उसमान सुनार, इस्माइल खान मास्टर, अरमान अली, मेहंदी अली, नाजिर अली, हैदर शाह सहित अनेक लोग मौजूद रहे।