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झांसी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में झांसी के लिए मिले निवेश के प्रस्ताव अब धरातल पर उतरने जा रहे हैं। आगामी पांच माह के भीतर 68 कंपनियां यहां अपना काम शुरू करेंगी। कंपनियों ने अपनी कार्ययोजना उप्र एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को सौंप दी है। यह कंपनियां यहां 15,400 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इससे झांसी में विकास के नए द्वार खुलेंगे।
प्रदेश सरकार की ओर से फरवरी माह में लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। इसमें झांसी में 255 कंपनियों ने निवेश के प्रस्ताव दिए थे। इन कंपनियों की ओर से सरकार के साथ एक लाख 94 हजार करोड़ रुपये के निवेश एमओयू साइन किए गए थे। अब कागजों से निकलकर ये प्रस्ताव धरातल पर उतरने जा रहे हैं। दरअसल, सभी निवेशकों से यूपीसीडा ने उनकी कार्ययोजना मांगी थी। साथ ही उनसे जानकारी ली गई थी कि वे अपनी यूनिट की स्थापना का काम कब शुरू करने जा रहे हैं।
इसके लिए निवेशकों के साथ विभागवार बैठकों का आयोजन किया गया था। यूपीसीडा को 68 निवेशकों ने अपनी कार्ययोजना सौंप दी है, उन्होंने बताया है कि वह सितंबर माह तक अपनी यूनिट की स्थापना का काम शुरू कर देगी। इनमें से ज्यादातर कंपनियों को शिवपुरी हाईवे के इर्द-गिर्द बनने जा रहे झांसी बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण में जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
संबंधित विभागों को सौंपी गई जिम्मेदारी
झांसी। निवेशकों के प्रस्तावों को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को सौंपी गई है। आगामी पांच माह के भीतर जो कंपनियां यहां अपना यूनिट की स्थापना का काम शुरू करने जा रही हैं, उनमें सात वैकल्पिक ऊर्जा विभाग से संबंधित कंपनी हैं। इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा विभाग की एक, हैंडलूम एवं टेक्सटाइल विभाग की नौ, यूपीसीडा की एक, एमएसएमई विभाग की 19, पर्यटन विभाग की 28 एवं तकनीकी शिक्षा से जुड़ी तीन कंपनियां हैं।
निवेशकों की ओर से मिले प्रस्तावों का लगातार फॉलोअप किया जा रहा है। 68 कंपनियां सितंबर माह में यहां अपनी इकाई की स्थापना का काम शुरू कर देंगी। उन्हें सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
– मनीष चौधरी, उपायुक्त उद्योग
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