[ad_1]

– पुणे की कंपनी ने लखनऊ में सेना के हवलदार को बनाया था एजेंट

– कोर्ट के आदेश पर कैंट थाने में दर्ज हुईं चार एफआईआर

माई सिटी रिपोर्टर

लखनऊ। पुणे की एफट्रेड कंपनी में निवेश करने पर आठ महीने में रकम दोगुनी होने के लालच में 24 लोगों ने 5.02 करोड़ रुपये गवां दिए। कंपनी ने लखनऊ में अपना एजेंट सेना के हवलदार सुभाष सिंह को बनाया था। कैंट पुलिस के कार्रवाई न करने पर पीड़ितों ने कोर्ट में अर्जी डाली। आदेश होने के बाद मामले में चार एफआईआर दर्ज की गईं। आरोपी सुभाष कैंट स्थित सेना क्वार्टर मास्टर ऑफिस में तैनात है।

साउथ सिटी निवासी भूपेंद्र सिंह सामंत के मुताबिक, 2021 में हवलदार ने संपर्क कर एफट्रेड के बारे में बताया। झांसा दिया कि कंपनी की स्कीम में निवेश करने पर आठ महीने में राशि दोगुनी हो जाएगी। भूपेंद्र व उनके साथियों की मुलाकात चिटफंड फर्म संचालक भरत सोपन और धनेश्वर से कराई। भूपेंद्र के साथ छह लोगों ने फर्म में निवेश किया। इसी तरह नाका निवासी प्रीत मोहिंदर सिंह, कैंट के नीलमथा निवासी पुष्पेंद्र सिंह और कैंट के विजय नगर निवासी नरेंद्र सिंह ने भी परिचितों के साथ निवेश किया था। 24 लोगों ने 5,02,03,652 रुपये का निवेश किया पर, आठ माह का समय पूरा होने के बाद भी कंपनी ने मुनाफा नहीं दिया। पीड़िताें ने नवंबर 2022 में कैंट थाने में तहरीर दी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। नतीजतन पीड़ित निवेशक कोर्ट पहुंचे तब रिपोर्ट दर्ज होने के आदेश हुए।

इनसे हुई ठगी

पुष्पेंद्र कुमार, भरत कुमार, आशुतोष, नीरज कुमार, संध्या पाल, पवन सिंह, चंदन डे, भूपेंद्र सिंह, रानी पाल, अनामिका वर्मा, महिमन सिंह, कविता बिष्ट, सत्यकीर्ति, नरेंद्र सिंह, रानोदीप शाह, पिंकी, मधुसुदन शाह, जितेंद्र शुक्ला, नरेंद्र सिंह, प्रीत मोहिंदर सिंह, अरुण कुमार सिंह, सोनू कुमार, फौजदार सिंह व अशोक।

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें