[ad_1]
सावित्री वट पूजा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
वट सावित्री व्रत आज शोभन योग में पड़ रहा है और बृहस्पति तथा चंद्रमा एक साथ मेष राशि में होकर गजकेसरी राजयोग बना रहे हैं। ज्योतिषाचार्य अंकित चौधरी बताते हैं कि वट सावित्री व्रत के साथ ही इसी दिन शनि जयंती भी है। शनि मंदिरों में भगवान शनि पूजा व उपासना कष्टों से मुक्ति दिलाएगी।
ज्योतिषाचार्य अमित गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को रात 9.42 पर अमावस्या का आरंभ हो रहा है। समापन शुक्रवार को रात 9.22 पर होगा। ऐसे में सूर्योदयिनी तिथि के अनुसार 19 मई को व्रत रखा जाएगा। पूजा का मुहूर्त सवेरे 7.19 बजे से 10.45 तक श्रेष्ठ रहेगा। इस वर्ष वट सावित्री व्रत पर अनेक शुभ योग बन रहे हैं।
यह भी पढ़ें: विश्व लुप्तप्राय प्रजाति दिवस: जो कहीं नहीं, वो बिजनौर में मिलेगा, लकड़बग्घे के पगचिह्न भी मिले
[ad_2]
Source link