उरई/मुहम्मदाबाद। दो दिन से आसमान में छाए बादल, तेज हवा और शनिवार को सुबह हुई हल्की बारिश ने किसानों को डरा दिया है। खेतों में इन दिनों मटर, सरसों, चने की फसल कटी पड़ी है। गेहूं की फसल भी पक गई है। सुबह हुई बूंदा-बांदी और तेज हवा चलने से गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है।

डकोर क्षेत्र के मुहम्मदाबाद, कुसमिलिया, ऐरी, रमपुरा, टिमरो, चिल्ली खेतिहर इलाकों में बूंदाबांदी और हवाएं चलने से खेतों में कटी पड़ी दलहनी फसलों के करपे तितर-बितर होकर नम हो गए हैं। खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल भी बिछ गई है। किसान श्याम सुन्दर, आकाश यादव, लखन राजपूत, चरन सिंह, राज गुप्ता का कहना है जुताई, बुआई, खाद, बीज, कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, कटाई में भारी भरकम लागत लगा रखी है।

मौसम का मिजाज मंसूबों पर पानी फेर रहा है। कुठौंद क्षेत्र के किसान किसान नकुल सेंगर, छेदा लाल यादव, महेश, रामबरन पाल ने बताया कि शनिवार सुबह से ही बादलों को देखकर मन चिंतित हो रहा है। अब यदि तेज बारिश हुई तो फसलों को काफी नुकसान हो जाएगा।

बदली और हवाओं के चलने से दो दिन में तापमान 30 डिग्री के नीचे आ गया है। हालांकि 17 मार्च के मुकाबले तापमान 18 मार्च को दो डिग्री बढ़ा। 17 मार्च को तापमान 27 था और 18 मार्च को तापमान 29 रहा। इससे पहले मौसम में गर्माहट बनी हुई थी। 15 मार्च को तापमान 35 डिग्री पहुंच गया था। मार्च महीने में अधिकतर दिनों में तापमान 30 डिग्री के ऊपर ही रहा है।



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