
अयोध्या के सरयू घाट की एक तस्वीर।
– फोटो : amar ujala
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पंचकोसी परिक्रमा के बाद अब कार्तिक पूर्णिमा स्नान के व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी गई है। पूर्णिमा स्नान के लिए मेले में सर्वाधिक श्रद्धालु सरयू तट के घाटों पर एकत्र होंगे।
इसको लेकर प्रशासन ने शांति व सुरक्षा के मद्देनजर मजिस्ट्रेटों व पुलिस अफसरों की तैनाती कर दी है। घाटों पर बैरीकेडिंग होगी। मोबाइल शौचालय व घाटों पर स्नान, चेंजिंग, मंदिरों पर भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था किए जाने का प्रस्ताव है।
इस मेले का सबसे महत्वपूर्ण पर्व कार्तिक पूर्णिमा स्नान आठ नवंबर को प्रस्तावित है। सरयू के घाटों सहित प्रमुख मंदिरों को जोन में बांटकर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों व पुलिस अफसरों को लगाया गया है।
सरयू स्नान-दान के बाद श्रद्धालु अयोध्या के प्रमुख मंदिरों हनुमानगढ़ी, नागेश्वरनाथ, कनक भवन, श्री राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन करते हैं। इस दौरान यहां भीड़ होती है।
इसके नियंत्रण के लिए इन मंदिरों में मजिस्ट्रेटों, पुलिस अधिकारियों के साथ फोर्स की तैनाती की जा रही है। अपर जिलाधिकारी व मोला अधिकारी सलिल कुमार पटेल ने संबंधित विभागों को स्नान पर्व को लेकर तैयारियों का निर्देश दे दिया है। बताया गया है कि स्नान पर्व आठ नवंबर को होगा। इसके लिए तैयारी सात नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी।