लखनऊ। छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम हर पहलू पर जांच कर रही है। सामने आ रहा है कि जिन छात्रों का फर्जी ढंग से प्रवेश दिलाकर छात्रवृत्ति हड़पी जाती थी, उनकी उत्तर पुस्तिकाएं भी हाइजिया का स्टाफ खुद ही लिखता था। इस मामले में ईडी विभागवार जुड़े हर सुराग को तलाश रही है।
इस घोटाले में अब ईडी की टीम विभागवार जांच पर जोर दे रही है। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण और समाज कल्याण विभाग आदि से ईडी ने जानकारी जुटानी शुरू कर दी हैं। गत दिवस भी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के उप निदेशक से इस बाबत सारे दस्तावेज लिए गए।
सामने आ रहा है कि इस खेल में हाइजिया के कर्मचारी सुनियोजित तरीके से काम करते थे। जिन छात्रों के फर्जी दाखिले थे, उनकी परीक्षाएं भी कराई जाती थीं और बाकायदा उनकी उत्तर पुस्तिकाओं में लिखा जाता था। हाइजिया कर्मी खुद ही पुस्तिकाओं में सवालों के जवाब लिखते थे।
सूत्रों के मुताबिक कुछ उत्तर पुस्तिकाओं में अलग-अलग हैंड राइटिंग मिली है जिनका परीक्षण कराया जा रहा है। इनका मिलान कर्मचारियों की राइटिंग से भी कराया जाएगा। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के उपनिदेशक ने जो दस्तावेज लाकर दिए हैं, उनका भी अध्ययन ईडी की टीम ने शुरू कर दिया है। एक हजार से ज्यादा छात्रों के फार्म सौंपे गए हैं जिनमें देखा जा रहा है कि ये छात्र कौन हैं और वास्तव में वे कहां हैं। ये अध्ययनरत थे या सिर्फ गड़बड़झाले में ही उनका इस्तेमाल किया गया।
मास्टरमाइंड लकी की तलाश में आठ ठिकानों पर छापे
बुधवार को ईडी ने हाइजिया के तीसरे संचालक सईद इशरत हुसैन जाफरी उर्फ लकी जाफरी की तलाश में आठ ठिकानों पर छापा डाला। ईडी के अधिकारी लकी जाफरी की पत्नी रचना उर्फ सारा को लेकर पहले कॉलेज और बाद में विकास नगर स्थित एक हॉस्टल पर पहुंचे। बाकी टीमों ने हाइजिया के बाकी परिसरों, ऑफिस, आवास और हजरतगंज के एक होटल में तलाशी ली। काॅलेज परिसर से तमाम संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए। वहीं, तमाम उत्तर पुस्तिकाएं बरामद की गई हैं।