अक्सर ही अपनी ऊंची कीमत से लोगों के आंसू निकालने वाली प्याज का दम निकल गया है। इन दिनों प्याज की आवक मांग की तुलना में काफी अधिक है। ऐसे में व्यापारियों को प्याज सस्ते दामों पर बेचनी पड़ रही है।

महेवा स्थित थोक मंडी में हर दिन प्याज की खपत 120 से 160 टन के बीच है। लेकिन, इन दिनों करीब 200 टन प्याज प्रतिदिन मंडी में आ रही है। यहां सबसे ज्यादा प्याज महाराष्ट्र के नासिक से आती है। मध्य प्रदेश के इंदौर और बंगाल से भी प्याज मंडी में आती है।

 

करीब 15 दिन पहले नासिक में असमय बारिश हो गई। ऐसे में कारोबारियों ने प्याज खराब होने से पहले इसे जल्द बेचने की कवायद शुरू कर दी है। इसका नतीजा है कि इन दिनों महेवा मंडी में प्याज ज्यादा आ रही है। भीगने के कारण बोरे में काफी मात्रा में प्याज खराब निकल रहे हैं, इससे व्यापारी प्याज को औने-पौने दामों पर बेच रहे हैं।

 

थोक मंडी में शुक्रवार को प्याज की कीमत 11 रुपये से 15 रुपये के बीच रही। 11 से 13 रुपये के बीच, जो प्याज मंडी में है, वह काफी खराब निकल रही है। वहीं 14 से 15 रुपये किलो बिकने वाली प्याज की क्वालिटी अच्छी है। फुटकर बाजार में प्याज 16 से 20 रुपये प्रति किलो के बीच बिक रही है। व्यापारियों को उम्मीद है कि अगले सप्ताह से अच्छी प्याज बाजार में आ जाएगी, इससे प्याज की कीमत अच्छी मिलेगी।

 

प्याज व्यापारी शम्स अहमद राइन ने कहा कि नासिक में बारिश के कारण प्याज खराब हो रही है, व्यापारी जल्द से जल्द इसे बेचना चाहते हैं, ऐसे में मांग की तुलना में काफी अधिक प्याज की आवक मंडी में हो रही है।

प्याज व्यापारी रतन ने कहा कि मंडी में इन दिनों जो प्याज आ रही है, वह काफी खराब निकल रही है। इससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्यापारियों को आने वाले दिनों में प्याज के दाम में तेजी आने की उम्मीद है।

 

थोक में 30 रुपये किलो बिक रही मूली

ठंड के मौसम में पांच रुपये किलो बिकने वाली मूली इन दिनों थोक मंडी में 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं फुटकर बाजार में मूली 60 रुपये किलो तक बेची जा रही है। थोक सब्जी व्यापारी अवध गुप्ता ने बताया कि इन दिनों मूली का सीजन नहीं है। मंडी में जो मूली है, वह छत्तीसगढ़ से आ रही है। वह भी मांग की तुलना में काफी कम है, इसलिए मूली के दाम बढ़े हुए हैं।

 



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