Muzaffarnagar जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। थाना छपार पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए हत्या के मामले में वांछित दो शातिर अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान एक बदमाश को गोली लगने से घायल अवस्था में दबोचा गया जबकि दूसरे को पुलिस ने मौके पर ही काबू कर लिया।
बताया जा रहा है कि यह पूरी कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में, तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा की निगरानी में अंजाम दी गई। मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी सदर डॉ. रवि शंकर, और थाना प्रभारी छपार मोहित कुमार के कुशल नेतृत्व में टीम ने इस मुठभेड़ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
हत्या के मामले से जुड़ा संगीन अपराध – गांव में मचा हड़कंप
मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला गांव खुड्डा थाना छपार से जुड़ा है, जहां निवासी शराफत पुत्र जहूर अहमद ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि गांव के ही मुर्करम पुत्र सिकंदर ने अपने साथी के साथ मिलकर उनके बेटे शोएब को धोखे से देवबंद से देहरादून एयरपोर्ट छोड़ने के बहाने बुलाया और रास्ते में उसकी गला काटकर निर्मम हत्या कर दी।
हत्या के बाद बदमाशों ने शव को देहरादून रोड सहारनपुर में फेंक दिया और शोएब की कार को शामली में ले जाकर आग के हवाले कर दिया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल बीएनएस पंजीकृत कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना – बरला-बसेड़ा मार्ग पर मुठभेड़ की तैयारी
थाना छपार पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि हत्या में वांछित दोनों अपराधी बरला-बसेड़ा मार्ग के रास्ते भागने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में घेराबंदी कर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। कुछ देर बाद पुलिस ने देखा कि एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्ति तेज रफ्तार से आते हुए दिखाई दिए।
पुलिस ने टॉर्च की रोशनी देकर उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाश पुलिस को देखकर मोटरसाइकिल मोड़कर भागने लगे। तेज गति के कारण बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। खुद को घिरता देख बदमाशों ने पुलिस टीम पर जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी फायरिंग में घायल हुआ बदमाश – पुलिस ने बरामद किए हथियार
पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की जिसमें एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। घायल बदमाश को तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। दोनों बदमाशों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक स्प्लेंडर बाइक (बिना नंबर प्लेट) और अवैध हथियार बरामद हुए।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों की पहचान मनव्वर पुत्र मन्सूर निवासी मोहल्ला गुर्जरवाड़ा, कुटी रोड, देवबंद (घायल) और अंकित राणा पुत्र समय सिंह निवासी ग्राम फतेहपुर धारूवाला, थाना देवबंद के रूप में हुई है।
वरिष्ठ अधिकारियों की प्रशंसा – टीम को मिलेगा पुरस्कार
इस सफल मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और टीम की हौसला अफजाई की।
थानाध्यक्ष मोहित कुमार, उपनिरीक्षक संजय सिंह, दीपक कुमार, पवन कुमार, तथा सिपाही सोहनवीर और सुमित कुमार इस मुठभेड़ में शामिल रहे।
वरिष्ठ अधिकारियों ने टीम की तत्परता और साहस की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी ही सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। बताया जा रहा है कि पुलिस टीम को इस ऑपरेशन में सम्मानित किए जाने की तैयारी की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में बढ़ते अपराधों पर नकेल – पुलिस की रणनीति सफल
मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में हाल के दिनों में अपराध के मामलों में तेजी देखी जा रही थी। मगर इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि पुलिस अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शने वाली नहीं है।
शहर में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के बीच यह मुठभेड़ जनता में पुलिस पर भरोसा बढ़ाने का काम कर रही है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाना बेहद जरूरी था।
अवैध हथियारों की बरामदगी से खुलेंगे कई राज
पुलिस ने दोनों बदमाशों से बरामद अवैध शस्त्रों को जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भेजा है। शुरुआती जांच में यह संकेत मिले हैं कि यह हथियार कई अन्य आपराधिक घटनाओं में भी इस्तेमाल किए जा चुके हैं।
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन अपराधियों का अन्य गैंग से कोई संबंध तो नहीं था। पुलिस का मानना है कि यह गैंग इलाके में सक्रिय अन्य गिरोहों से जुड़ा हो सकता है।
स्थानीय लोगों की राहत – अपराधियों की गिरफ्तारी से क्षेत्र में चैन
गांव खुड्डा और आस-पास के क्षेत्रों में इस मुठभेड़ की खबर फैलते ही लोगों ने राहत की सांस ली। ग्रामीणों ने कहा कि शोएब की हत्या ने पूरे गांव को झकझोर दिया था, लेकिन अब जब अपराधी पकड़े जा चुके हैं, तो उन्हें न्याय की उम्मीद है।
पुलिस की तेज कार्रवाई ने जनता का विश्वास बहाल किया है। ग्रामीणों ने कहा कि अब वे अपने बच्चों को निडर होकर बाहर भेज सकते हैं।
अपराध पर सख्त पुलिस नीति – “नो क्राइम ज़ोन” की दिशा में कदम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने कहा कि जिले को “नो क्राइम ज़ोन” बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी थानों को आदेश दिया गया है कि वांछित अपराधियों की धरपकड़, अवैध हथियारों की जब्ती और गश्त बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने बताया कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए रात्रि गश्त, CCTV निगरानी, और इंटेलिजेंस नेटवर्क को और मजबूत किया जा रहा है।
जनता से अपील – पुलिस को सहयोग दें, अपराधियों की सूचना साझा करें
पुलिस प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अपराधियों के बारे में किसी भी तरह की सूचना तुरंत पुलिस को दें। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
यह मुठभेड़ इस बात का संकेत है कि अगर कोई कानून तोड़ेगा तो उसे सख्त अंजाम भुगतना होगा। पुलिस का संदेश साफ है – “अपराध के लिए कोई जगह नहीं”।
मुजफ्फरनगर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कानून के हाथ लंबे हैं। अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो, न्याय से बच नहीं सकता। जिले की पुलिस टीम की सतर्कता, साहस और तेज कार्रवाई ने न केवल एक हत्या के रहस्य से पर्दा उठाया, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास का माहौल भी बनाया है। जनता अब यह महसूस कर रही है कि कानून का राज कायम है और अपराध पर रोक लगाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
