सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार हिंदुस्तानियत पर संकट पैदा कर रही है। देश के लोगों पर एक एकरंगी विचारधारा थोपी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत की पहचान विविधता रही है। हमारे विजन इंडिया का मकसद है कि हम एकजुटता लाएं। अपनी हिंदुस्तानियत को पहचानें। विविधता में एकता की अपनी पहचान को लेकर आगे बढ़ें। हमारी कोशिश है कि सभी लोग प्रगतिशील हों और पॉजिटिव (सकारात्मक) हों। अखिलेश यादव रविवार को बंगलूरू में आयोजित विजन इंडिया प्लान, डेवलप, एसेंट कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि जिन बातों की पहले चर्चा नहीं होती थी, उन्हें अब राजनीति में लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव का मतलब है, भेदभाव को मिटाना। सभी को बराबरी का मौका देना। जो आखिरी व्यक्ति है, उसको साथ लेकर चलें। जो पिछड़ेपन के शिकार हैं, उनकी दुश्वारियों को कैसे दूर किया जाए। सभी को आगे बढ़ाने के लिए हम समग्रता और जोड़ने का राजनीतिक दर्शन लेकर आए हैं। आज का युवा पॉजिटिव सोचता है।
इस कार्यक्रम के लिए बंगलूरू को ही क्यों चुना? जवाब में अखिलेश ने कहा कि बंगलूरू स्टार्टअप इंडिया का हब है। 2016 में सबसे पहले स्टार्टअप नीति समाजवादी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बनाई। उसके लिए बजट का प्रावधान किया। तत्कालीन मुख्य सचिव आलोक रंजन ने उसे आगे बढ़ाया। मेरा मानना है कि नौजवान को हर मुश्किल और समस्या का समाधान खोजना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विजन इंडिया का मकसद यूपी के शहरों में बंगलूरू जैसा ईको सिस्टम और सुविधाएं देना है। उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र और स्टार्टअप में बहुत काम हो सकता है। उत्तर प्रदेश में कई स्किल पर काम करने की जरूरत है। कन्नौज के परफ्यूम का नाम और एसेंस पूरी दुनिया में मशहूर है। विजन इंडिया स्टार्टअप समिट कार्यक्रम के मुख्य संयोजक व यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्र और मुख्य समन्वयक व सांसद राजीव राय भी मौजूद रहे।
