सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देश का नारा जय जवान, जय किसान, जय संविधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान को लेकर कोई पक्ष-विपक्ष नहीं होना चाहिए। दुखद बात ये है कि संसद में संविधान को बचाने पर बहस हो रही है। इसलिए आज संविधान को बचाने के लिए फिर से एक और करो या मरो आंदोलन की जरूरत है। सबको स्थान, सबको सम्मान।
अखिलेश ने जारी बयान में कहा कि संविधान पर संकट का आना दरअसल लोकतंत्र पर संकट छाना है। उन्होंने कहा संविधान ही हमारा रक्षा कवच है। संविधान है तो सुरक्षा है। संविधान ही देश की 90 फीसदी शोषित, उपेक्षित, पीड़ित, वंचित जनता के अधिकारों का सच्चा संरक्षक है। अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान को बंधक बनाकर जो लोग राज करना चाहते हैं, उनके लिए आजादी का अमृतकाल भी सिर्फ एक जुमला है।
सपा ने बाबा साहब को दी श्रद्धांजलि
बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर प्रदेश सपा मुख्यालय समेत सभी जिलों में पार्टी कार्यालयों में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। प्रदेश सपा मुख्यालय पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने बाबा साहब को याद किया। इस अवसर पर श्यामलाल पाल, अरविंद कुमार सिंह, गौरव रावत आदि मौजूद रहे।
बाबा साहब के अपमान का 2027 में लेंगे बदला : सपा वाहिनी
सपा अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव रामबाबू सुदर्शन ने बताया कि सरकार के दबाव के चलते पुलिस प्रशासन ने 6 दिसंबर को लखनऊ में होने वाले बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा को रद्द कर दिया। इसके बावजूद लखनऊ समेत सभी जिलों में वाहिनी ने कार्यक्रम आयोजित किए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बाबा साहब और संविधान से नफरत करती है। विधानसभा चुनाव में दलित समाज इसका जवाब देगा।
