Ani Bullion scam: IFS Niharika Singh interrogated by ED.

आईएफएस निहारिका सिंह।
– फोटो : amar ujala

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अनी बुलियन घोटाले में भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी (आईएफएस) निहारिका सिंह से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को सात घंटे पूछताछ की। वो चार बार समन के बाद पूछताछ के लिए पेश हुई थीं जिसके बाद उन्हें मंगलवार को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

निहारिका अनी बुलियन घोटाले के आरोपी अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं और वर्तमान में इंडोनेशिया के बाली स्थित भारतीय वाणिज्यिक दूतावास में तैनात हैं। इससे पहले के तीन समन में उन्होंने खुद को व्यस्त बताते हुए आने में असमर्थता जताई थी। इसके बाद ईडी ने चौथा समन भेजकर पेश न होने पर सख्त विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी थी। निहारिका सोमवार सुबह 11.30 बजे राजधानी के अशोक मार्ग स्थित ईडी के कार्यालय में पेश हुईं।

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जांच अधिकारियों ने उनसे अनी बुलियन में निवेशकों की रकम के बारे में सवाल किये। साथ ही शेल कंपनियों में भेजी गई रकम और कंपनी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पर भी सवाल पूछे। पूछताछ शाम 6.45 तक चली। सूत्रों के मुताबिक उनका पूरा बयान अभी दर्ज नहीं किया जा सका है। मंगलवार को ईडी के वरिष्ठ अधिकारी भी उनसे सवाल करेंगे।

निवेशकों के 600 करोड़ रुपये हड़पे

अनी बुलियन कंपनी ने यूपी समेत कई प्रदेशों में निवेशकों की गाढ़ी कमाई के 600 करोड़ रुपये लुभावनी स्कीम के जरिये रकम दोगुना करने का लालच देकर हड़पे थे। कंपनी के निदेशकों अजीत कुमार गुप्ता, उनकी पत्नी निहारिका सिंह, भाई रामगोपाल गुप्ता व अन्य के खिलाफ निवेशकों ने यूपी और दिल्ली में कई मुकदमे दर्ज कराए थे, जिसके बाद पुलिस ने अजीत समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बाद में ईडी ने भी आरोपियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करते हुए सात करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया है।

सूत्रों के मुताबिक सोमवार को ईडी ने निहारिका से शेल कंपनियों में निवेशकों की रकम ट्रांसफर करने के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने इस संबंध में कोई भी जानकारी होने से इंकार कर दिया। अधिकारियों द्वारा विदेश के बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगने पर वह चुप्पी साधे रहीं। उन्होंने पति की कंपनी से कोई सरोकार न होने की बात कही तो ईडी ने कंपनी द्वारा निवेशकों के सम्मेलन में उनकी उपस्थिति के प्रमाण सामने रख दिए। साथ ही उनकी तमाम संपत्तियों के दस्तावेज दिखाकर सवाल किये।



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