अमर उजाला रियल एस्टेट कॉन्क्लेव में राजधानी समेत पूरे प्रदेशवासियों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ भरोसे मंद और सस्ता घर कैसे मिल सके, इस विषय पर पेशेवर दिग्गजों ने मंथन किया। अमर उजाला के मंच पर जुटे डेवलपर्स, पॉलिसी मेकर्स, प्लानर्स और उद्योग विशेषज्ञों ने एक सुर में सबसे बड़ी चुनौती जमीन की कमी होना स्वीकारी। इसके अलावा शहरों पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए उसके विस्तार और ज्यादा घनत्व वाले पुराने शहरों के लिए नई पॉलिसी लाने की बात भी सामने आई। सहमति बनी कि अलग अलग प्लॉटिंग की बजाय टाउनशिप कल्चर से सस्ते घर का सपना साकार हो सकता है।
परिवर्तन चौक स्थित एक निजी होटल में एफेल ग्रुप की ओर से पेश व ओमैक्स ओर बर्जर होमशील्ड के सहयोग से हुए अमर उजाला रियल स्टेट कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्य अतिथि व जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, विशिष्ट अतिथि व प्रमुख सचिव आवास व शहरी नियोजन पी गुरुप्रसाद, यूपी रेरा चेयरमैन संजय भूसरेड्डी, हाउसिंग कमिश्नर उत्तर प्रदेश डॉ बलकार सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल और ऐफेल ग्रुप के चेयरमैन एसके गर्ग ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों के माध्यम से नीति नियंताओं ने कहा कि जहां पर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है वहां पर खुद ही प्रोजेक्ट निवेश लेके जाते हैं। सरकार इस मामले में काफी सख्त है कि उपभोक्ताओं के साथ कोई धोखाधड़ी न हो सके।
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उपभोक्ताओं को जागरुक करते हुए कहा कि बिना रेरा अप्रूवल के कोई प्रॉपर्टी न खरीदी जाए। इसके अलावा सस्ते घरों के बारे में अफसरों ने आश्वस्त किया कि जो भी टाउनशिप 10 एकड़ से ज्यादा में बनती है। उसमें 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाना अनिवार्य है। रियल एस्टेट कंपनी एफेल ग्रुप के चेयरमैन एस के गर्ग, ओमैक्स के बिजनेस हेड अंजनी कुमार पांडेय, अभ्युदय के निदेशक पुलकित अग्रवाल, बर्जर पेंट के रीजनल मैनेजर (सेल्स) अतुल वासुदेव और आईआईए यूपी चेयरमैन आर्किटेक्ट संदीप कुमार सारस्वत आदि मौजूद रहे।
ये रहे हमारे स्पॉन्सर
टाइटिल स्पॉन्सर-बाय एफेल ग्रुप
को-पॉवर्ड बाय ओमैक्स- बर्जर होमशील्ड
एसोसिएट स्पॉन्सर- अभ्युदय सेलेस्टिएल,
इंडस्ट्री पार्टनर- सीआईआई ग्रुप
