उरई। झांसी-कानपुर रेलमार्ग का झांसी मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा ने निरीक्षण किया। शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन से झांसी से उरई के बीच विंडो निरीक्षण करते हुए सुबह साढ़े दस बजे उरई स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंचे। उन्होंने स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत चल रहे सुंदरीकरण के काम के बारे में अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा अमृत भारत के तहत हो रहे कायाकल्प के काम को गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा कराया जाए। इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने स्टेशन अधीक्षक एसके खरे से स्टेशन की बारे में जानकारी ली। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि करमेर रोड क्रॉसिंग अंडरपास से लेकर अजनारी क्रॉसिंग नंबर 181 के बीच दोनों तरफ आए दिन हो रही रेल दुर्घटना से लोगों की जान जा रही हैं। इसके लिए उन्होंने दोनों ओर तार फेंसिंग के लिए वरिष्ठ मंडल अभियंता समन्वय आशुतोष चौरसिया से बात की। जल्द दोनों तरफ तार फेंसिंग की जाएगी ताकि लोगों को ट्रैक पर आने से रोका जा सके।
उन्होंने स्टेशन अधीक्षक से स्टेशन की आय बढ़ाने के लिए चर्चा की। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए डीआरएम ने कहा कि झांसी-कानपुर सेक्शन के उरई व पुखरायां में चल रहे अमृत भारत योजना के तहत आधुनिकीकरण का काम 2024 तक पूरा हो जाएगा। काम पूरा होने पर यात्री स्टेशन पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं ले सकेंगे।
कहा कि अमृत भारत योजना के अंतर्गत दुनिया के कई रेलवे स्टेशनों के ड्राइंग को लेकर सुंदरीकरण किया जा रहा है। जिसमें दिव्यांगों के लिए लिफ्ट एक्सेलेटर, फसाड लाइट एक और एफओबी जिसकी चौड़ाई 12 मीटर रहेगी, जो एक दो तीन नंबर तक बनाया जा रहा है। उन्होंने इंटरसिटी की लेटलतीफी को लेकर उन्होंने कहा जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा। कानपुर से झांसी जाने वाली मेमू में सैकड़ों यात्री रोजाना दिल्ली की ओर आने वाली ताज एक्सप्रेस से सफर करने के लिए झांसी की यात्रा करते हैं पर मेमू के लेटलतीफी के चलते कई यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है। जिन्हें दतिया, डबरा, ग्वालियर, आगरा, मथुरा और दिल्ली जाना होता है, समय से न पहुंचने के कारण ट्रेन छूट जाती है। इससे यात्रियों को काफी दिक्कत आ रही है। इस दौरान सीनियर डीओएम समन्वयक अखिल शुक्ला, सीनियर डीसीएम प्रथम एसके त्रिपाठी, सीनियर डीएसटीई समन्वय अमित गोयल, डीईएन सेंट्रल कपिल गोयल, आरपीएफ इंस्पेक्टर अभिषेक यादव, जीआरपी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।