Muzaffarnagar जिले के ककरौली थाना पुलिस ने अवैध शस्त्रों की सप्लाई और खरीदारी में लिप्त सात शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी इंस्टाग्राम पर अवैध शस्त्रों का प्रचार करते थे और ऑनलाइन पेमेंट के जरिए हथियारों की डील करते थे। पुलिस की इस कार्रवाई में 14 अवैध तमंचे, 10 जिन्दा कारतूस, 24 खोखा कारतूस, 1 मोटरसाइकिल और 1800 रुपये नगद बरामद हुए हैं।

इस गिरफ्तारी के बाद अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल के नेतृत्व में पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में थाना ककरौली की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अपराधियों की गिरफ्तारी कैसे हुई?

पुलिस ने गश्त के दौरान बेहड़ा सादात के पास मुखबिर से सूचना प्राप्त की कि कुछ लोग आश्रम चैराहे के पास यात्री शेड में बैठे हैं, जिनके पास अवैध हथियार हैं। इस सूचना के आधार पर ककरौली थाना पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई की और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर दबिश दी। पुलिस के पहुंचने पर एक अपराधी ने पुलिस टीम पर फायरिंग की और भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण सभी सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में अभिषेक (पुत्र शिवकुमार), निखिल (पुत्र ललित), नितिन (पुत्र जसकरण), विशाल उर्फ गोली (पुत्र सुरेश), समीर (पुत्र नसीम), चिन्टू (पुत्र गुलाब सिंह) और संजीव (पुत्र काशीराम) शामिल हैं। ये सभी अपराधी अलग-अलग गांवों से ताल्लुक रखते हैं और इनके पास से 13 अवैध तमंचे 315 बोर, 1 तमंचा 12 बोर, 10 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 7 खोखा कारतूस 315 बोर, 17 खोखा कारतूस 12 बोर, 1 मोटरसाइकिल और 1800 रुपये नगद बरामद किए गए।

अपराधियों का तरीका और ऑनलाइन डील

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि वे इंस्टाग्राम पर अवैध शस्त्रों को दिखाकर ग्राहकों को आकर्षित करते थे। इसके बाद, डिमांड के हिसाब से हथियारों की डील तय होती थी और ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से सौदे किए जाते थे। इन अपराधियों ने यह भी स्वीकार किया कि तमंचे 5000 रुपये की दर से बेचे जा रहे थे। यह सब एक संगठित अपराध का हिस्सा था, जिसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी दुरुपयोग किया जा रहा था।

समीर, संजीव, चिन्टू और विशाल उर्फ गोली ने बताया कि वे इन अवैध हथियारों को खरीदने के लिए इनसे सौदा कर रहे थे। पुलिस द्वारा उन्हें पकड़ लिया गया और अब उन पर कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई और पुरस्कार

पुलिस टीम ने इस कड़ी मेहनत और सूझबूझ के साथ अवैध शस्त्रों की सप्लाई करने वाले इस गिरोह को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने इस टीम के कार्यों की सराहना की और उन्हें 15 हजार रुपये के पुरस्कार से नवाजा।

गिरफ्तारी में शामिल पुलिसकर्मी:
गिरफ्तारी में उप निरीक्षक सचिन कुमार, सुभाष कुमार, दिनेश सिंह, देवकी नन्दन, मनोज कुमार, है. का. जोगिन्द्र सिंह, का. ललित मोरल, गौरव कुमार, चालक है. का. रघुराज सिंह और का. सुशील कुमार शामिल रहे। इन पुलिसकर्मियों ने सूझबूझ से अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पुलिस कार्यवाही और आगे की कार्रवाई

पुलिस ने इस कार्रवाई के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है। उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और अवैध शस्त्रों की सप्लाई में संलिप्त सभी अपराधियों को पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत की जाएगी।


मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस कार्रवाई से यह साबित कर दिया है कि वह अवैध शस्त्रों की सप्लाई और खरीद-बिक्री को लेकर गंभीर है। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और समाज को अवैध हथियारों से मुक्त करने के लिए पुलिस अपनी कार्यवाही जारी रखेगी।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने अवैध शस्त्रों की सप्लाई और खरीदारी करने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन से पुलिस ने न केवल अपराधियों को पकड़ा, बल्कि समाज में अवैध हथियारों के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी दिया है।



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