नगर निगम में बढ़ती हलचल के बीच महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि निगम में वर्षों से पनपे भ्रष्टाचार का सच अब सामने आने वाला है। इसी डर से कुछ लोग षड़यंत्र रचकर करोड़ों के गबन को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, वह थर्ड पार्टी जांच करवाकर ही रहेंगी।
महापौर ने निगम के कर्मचारियों से अपील की कि वे भ्रम में न पड़ें और व्यवस्था को पटरी पर लाने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि कई भ्रष्ट कर्मचारियों को बहकाकर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि सच्चाई बिल्कुल अलग है।
उन्होंने चेतावनी दी कि निगम के किसी अधिकारी या कर्मचारी के साथ अभद्रता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सहायक नगर आयुक्त द्वारा दी गई तहरीर के संबंध में उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है और दोषी चाहे जो भी हो, कार्रवाई तय है।
महापौर ने खुलासा किया कि हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी तक सड़क निर्माण में मिली अनियमितता तो सिर्फ शुरुआत है। प्रारंभिक जांच में करीब 25 बड़े विकास कार्यों में गड़बड़ी और करोड़ों रुपये के गबन की आशंका सामने आई है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सड़क का मामला नहीं, बल्कि पूरी श्रृंखला का खुलासा होने वाला है।
उन्होंने बताया कि पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया गया है और वह जल्द लखनऊ जाकर थर्ड पार्टी जांच के आदेश सुनिश्चित करेंगी। महापौर ने जनता, कर्मचारियों और पार्षदों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में साथ आने की अपील की।
