
संदिग्ध आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख
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वेस्ट यूपी में पिछले 17 सालों में पचास से अधिक आतंकी संगठनों से जुड़े एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। अहम बात ये है कि इनमें एक भी हाईप्रोफाइल नहीं है। अधिकांश मजदूरी करने वाले थे, तो कुछ जरूर शिक्षक या धर्मगुरु जैसे पेशे से जुड़े थे। अब कलीम से पूछताछ में भी यह सच खुलकर सामने आ रहा है। क्योंकि कलीम खुद सब्जी बेचने का काम करता है।
कलीम के आईएसआई एजेंट का खुलासा होने के बाद फिर से वेस्ट यूपी के सभी जिलों में एसटीएफ, एनआईए ने एजेंटों की तलाश शुरू कर दी है। कलीम ने पुलिस और एसटीएफ की पूछताछ में खुलासा किया है कि आईएसआई एजेंट दिलशाद मिर्जा भारत के उन लोगों को अपने साथ जोड़ने का प्रयास करता है, जो मजदूरी, सब्जी आदि बेचकर परिवार का पालन पोषण करते हैं।