Muzaffarnagar । उत्तर भारत की सबसे विशाल धार्मिक यात्राओं में शुमार कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहा है। हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गांव लौटने वाले लाखों शिवभक्तों के स्वागत में जहां कांवड़ सेवा शिविरों की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं प्रशासन ने व्यवस्था चाक-चौबंद करने की कमान संभाल ली है।
डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी संजय वर्मा की अगुवाई में बैठक
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में कांवड़ सेवा शिविरों के संचालन और व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आए सैकड़ों शिविर संचालकों ने प्रशासन के समक्ष कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे, जिनमें सुरक्षा, स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं की मांग प्रमुख रही।
शिविर संचालकों ने उठाई गंभीर चिंताएं
बैठक के दौरान शिविर संचालकों ने नशेड़ी तत्वों, असामाजिक लोगों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की। कुछ शिविर संचालकों ने कहा कि विगत वर्षों में असुरक्षा की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे शिविरों में डर का माहौल रहता है।
इसके साथ ही, मोबाइल टॉयलेट, साफ-सफाई, पीने के पानी, बिजली की निर्बाध आपूर्ति और सार्वजनिक शौचालय जैसी सुविधाएं सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई। शिविर संचालकों का कहना था कि बिना इन मूलभूत जरूरतों के शिविरों का संचालन कठिन होता है।
प्रशासन का सख्त रुख: सुरक्षा-स्वच्छता पर नहीं होगी कोई कोताही
डीएम उमेश मिश्रा ने भरोसा दिलाया कि कोई भी सेवा शिविर किसी भी असुविधा का सामना नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं। वहीं, एसएसपी संजय वर्मा ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की बात दोहराते हुए चेतावनी दी कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
हर शिविर में लगेगा CCTV, खुले सिलेंडर पर सख्ती
प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी शिविरों में CCTV कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएं, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। गैस सिलेंडर खुले में नहीं रखे जाएंगे और पानी की टंकियां बिजली के तारों से दूर रखी जाएंगी। साथ ही प्लास्टिक के प्रयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाएगा।
इन अधिकारियों ने बनाई यात्रा को सफल बनाने की रणनीति
इस महत्वपूर्ण बैठक में एडीएम प्रशासन संजय कुमार, एडीएम फाइनेंस गजेंद्र सिंह, एसपी देहात आदित्य बंसल, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसपी ट्रैफिक अतुल चौबे, सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया, सिटी मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौर, सीओ नई मंडी रूपाली रॉय, सीओ सिटी राजू साव, सीओ सदर देवव्रत, सीओ भोपा डॉ. रविशंकर मिश्रा, सीओ फुगाना ऋषिका सिंह, सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह, सीओ खतौली रामाशीष यादव, सीओ जानसठ यतेन्द्र सिंह नागर, सीएफओ अनुराग सिंह, एसडीएम जानसठ जयेंद्र सिंह, एसडीएम खतौली राजकुमार भारती, जिला गन्ना अधिकारी राकेश सिंह और ईओ नगरपालिका प्रज्ञा सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे।
हर विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है और आपसी समन्वय से यात्रा को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और भव्य रूप देने की रणनीति तैयार की गई।
भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन बना सबसे बड़ी चुनौती
मुजफ्फरनगर के अधिकारियों के लिए यातायात व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती होगी। बीते वर्षों में कई बार भीड़ की वजह से जाम की स्थिति पैदा हुई, जिससे न सिर्फ यात्रियों बल्कि स्थानीय लोगों को भी परेशानी हुई। इस बार ट्रैफिक पुलिस ने विशेष रूट मैप तैयार किया है, और डाइवर्जन प्वाइंट्स को पहले से चिन्हित किया जा रहा है।
एसपी ट्रैफिक अतुल चौबे ने कहा कि रूट पर तैनात किए जाने वाले जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही ड्रोन से निगरानी और रात में हाई-टेक लाइट्स से रूट रोशन करने की भी योजना है।
स्वास्थ्य विभाग भी हुआ एक्टिव, एंबुलेंस व मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे
यात्रा के दौरान कांवड़ियों की तबीयत बिगड़ने, गर्मी लगने, डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं के समाधान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया ने जानकारी दी कि इस बार हर प्रमुख शिविर के पास एक एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात रहेगी। साथ ही शिविरों में फर्स्ट एड किट, ORS और दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
जनभागीदारी से सफल होगी कांवड़ यात्रा 2025
डीएम उमेश मिश्रा ने सभी शिविर संचालकों से अपील की कि प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि यात्रा सफल और बिना किसी अवरोध के संपन्न हो सके।
“कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि हमारी सामाजिक एकता, अनुशासन और सहयोग का प्रतीक है,” — उन्होंने कहा।
प्रशासन ने हर सेवा शिविर को यात्रियों की मदद करने वाला ‘सहयोग केंद्र’ बनाने का आह्वान किया है, जहां मुफ्त जलपान, विश्राम, प्राथमिक चिकित्सा और सूचना सहायता जैसी सेवाएं उपलब्ध हों।
कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर मुजफ्फरनगर में प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की सख्ती और सेवा शिविर संचालकों की सक्रियता इस बात का संकेत है कि इस बार की यात्रा पहले से अधिक व्यवस्थित, सुरक्षित और यादगार होगी। सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं का त्रिकोण प्रशासन की प्राथमिकता में है, और इसके लिए सभी विभाग मिलकर प्रयास कर रहे हैं।