
लखनऊ में केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बैडमिंटन हॉल के तीन कोर्ट बुरी तक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। बावजूद इसके क्षेत्रीय खेल कार्यालय की ओर से जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन समझ से परे रहा। मैच के दौरान खिलाड़ी लगातार आयोजकों से कोर्ट की बदहाली की शिकायत करते रहें, लेकिन सरकारी आदेश के आगे बेबस आयोजकों ने कोई जवाब नहीं दिया।
दो दिनों तक चली प्रतियोगिता में शहर भर से करीब 125 खिलाड़ियों ने भाग लिया। वह तो भला हो कि इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, नहीं तो मामला और भी बिगड़ सकता था। हैरत की बात तो यह है कि प्रतियोगिता से ठीक पहले बैडमिंटन कोर्ट को नए सिरे से बनाने के लिए काम प्रारंभिक स्तर पर शुरू हो चुका है। ऐसे में यहां जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन कराना क्षेत्रीय खेल विभाग की अनदेखी को दिखाता है।
क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अतुल सिन्हा ने इस पूरे मामले में बताया कि बैडमिंटनकोर्ट को नए सिरे से बनाने के लिए शासन स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।