उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य का Muzaffarnagar दौरा विकास भवन में विशेष सम्मान के साथ शुरू हुआ। महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की मंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर जिले की ओर से सम्मानित किया।
सम्भव अभियान-5 के तहत निकाली गई पोषण रैली, मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
बच्चों एवं महिलाओं के कुपोषण के विरुद्ध चलाए जा रहे प्रदेश स्तरीय सम्भव अभियान-5 के अंतर्गत विकास भवन से एक विशाल पोषण जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली को स्वयं कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें जिले के विभिन्न ब्लॉकों से 150 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया।
रैली में हाथों में स्लोगन-बोर्ड लिए हुए कार्यकत्रियां, पोषण के महत्व को लेकर जनसामान्य को जागरूक करती नजर आईं। “सुपोषित भारत, सशक्त भारत” जैसे नारों से पूरा विकास भवन परिसर गूंज उठा।
आंगनवाड़ी स्टॉल का निरीक्षण, कार्यकत्रियों को दिए शिक्षण के निर्देश
रैली के उपरांत मंत्री महोदया ने विकास भवन परिसर में विभाग द्वारा लगाए गए आंगनवाड़ी स्टॉल्स का निरीक्षण किया। हर स्टॉल पर मौजूद आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि “आप सिर्फ पोषण कार्यकर्ता नहीं, बल्कि समाज की नींव मजबूत करने वाली शिक्षक हैं।”
उन्होंने बच्चों को विभिन्न विषयों की जानकारी वॉल पेंटिंग और चित्रों के माध्यम से देने के निर्देश दिए, जिससे शिक्षा रोचक और प्रभावी हो। इसके साथ ही साफ-सफाई, समय पर टीकाकरण, पूरक आहार की गुणवत्ता जैसी बातें भी ज़ोर देकर समझाई गईं।
गोदभराई और अन्नप्राशन कार्यक्रम से बढ़ा भावनात्मक जुड़ाव
जनकल्याण को समर्पित इस कार्यक्रम की सबसे भावनात्मक झलक उस समय देखने को मिली जब मंत्री महोदया ने छह गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कर उन्हें सुखद मातृत्व का आशीर्वाद दिया।
साथ ही, पांच नवजात शिशुओं को अन्नप्राशन संस्कार के तहत पहली बार अन्न खिलाया गया। यह नज़ारा एक उत्सव का रूप ले चुका था, जिसमें माताएं मुस्कुराती हुई मंत्री के साथ तस्वीरें ले रही थीं और उनके हाथों से आशीर्वाद प्राप्त कर रही थीं।
जनजागरूकता का आह्वान, योजनाओं की जानकारी देकर लोगों को किया प्रेरित
मंत्री ने गर्भवती महिलाओं और उपस्थित नागरिकों को प्रधानमंत्री के पोषण अभियान एवं मुख्यमंत्री के सम्भव अभियान-5 के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि “हमारा उद्देश्य सिर्फ योजनाएं चलाना नहीं, बल्कि पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है।”
महिलाओं को बताया गया कि कैसे वह पोषण ट्रैकिंग ऐप, आयरन एवं फोलिक एसिड सप्लीमेंट, पुष्टाहार किट जैसी सरकारी सुविधाओं का लाभ ले सकती हैं।
जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय उपस्थिति रही प्रभावी
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, शक्ति सरन श्रीवास्तव (जिला कार्यक्रम अधिकारी), संजय कुमार (जिला प्राबेशन अधिकारी), नरसिंह (जिला सूचना अधिकारी), बघरा एवं शाहपुर के बाल विकास परियोजना अधिकारी, अन्य अधिकारी एवं कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल को भी एक पौधा और राष्ट्रीय ध्वज भेंट कर “एक पेड़ माँ के नाम” एवं “हर घर तिरंगा अभियान” के तहत सम्मानित किया गया।
सामाजिक जुड़ाव को प्रोत्साहन देने वाला कार्यक्रम
बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. राजीव कुमार द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया, जो संयोजित, अनुशासित और सार्थक था। इस अवसर पर विभागीय कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट भी मंत्री महोदया को दी गई।
हर सहभागी अधिकारी और कार्यकर्ता के चेहरे पर गर्व और ऊर्जा की चमक साफ दिखाई दे रही थी। पूरा कार्यक्रम एक ऐसी पहल का उदाहरण बन गया जो सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर जनभागीदारी के साथ प्रभावशाली ढंग से संचालित हो रहा है।
पोषण और विकास के नए युग की शुरुआत का प्रतीक बना यह आयोजन
पोषण रैली, स्टॉल निरीक्षण, गर्भवती महिलाओं की भागीदारी और नवजातों के अन्नप्राशन जैसे आयोजनों ने यह सिद्ध कर दिया कि उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान सशक्त मातृत्व और स्वस्थ बचपन की ओर गंभीरता से केंद्रित है।
बेबी रानी मौर्य जैसे अनुभवी और संवेदनशील मंत्री के नेतृत्व में विभाग ‘हर घर पोषण, हर जन विकास’ के संकल्प को ज़मीनी स्तर तक साकार करता नजर आ रहा है।
मुजफ्फरनगर में हुए इस प्रभावशाली पोषण अभियान कार्यक्रम ने जिले को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ा दिया है। सरकार की जनभागीदारी नीति और जिम्मेदार प्रशासनिक कार्यप्रणाली आने वाले समय में बाल विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की क्षमता रखती है।