कोंच। इप्टा की महासचिव साहना खान ने बच्चों को रंगकर्म के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने किरदार निभा रहा है। बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कोई भी रोल छोटा या बड़ा नहीं होता, उसे अभिनय से सजीव करना पड़ता है। यह बात उन्होंने अमरचंद्र महेश्वरी इंटर कॉलेज में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) इकाई कोंच के निशुल्क ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।
कार्यशाला का शुभारंभ इप्टा गीत ‘बजा नगाड़ा शांति का’ के साथ हुआ। कार्यशाला में रंगकर्मियों को नाटक, नृत्य, एंकरिंग आदि विधाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रंगमंच के क्षेत्र में कई सम्मानों से नवाजी जा चुकी रंगकर्मी आस्था वाजपेयी ने अपने अनुभव साझा किया। कहा कि सामाजिक मूल्यों में आ रही गिरावट इप्टा की ओर से बच्चों को दिए जा रहे संस्कारों से रोका जा सकता है। समाज की विभिन्न विसंगतियों, कुरीतियों को पहचानने एवं उसके विरुद्ध आवाज बुलंद करने का साहस इप्टा ही देती है।
इप्टा अध्यक्ष अनिल वैद ने विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण ले रहे रंगकर्मियों को बताया कि इप्टा की हमेशा कोशिश रहती है कि प्रतिभाओं को समुचित प्रोत्साहन प्राप्त हो। इस दौरान अन्यया राठौर, किंजल यादव, मिनी वर्मा, राधिका वर्मा, करीना वर्मा, महक वर्मा, नव्या सक्सेना, साक्षी सिंह, तमन्ना, अंजली वर्मा, हिमांशी साहू, अन्यया वर्मा, माही वर्मा, साजिद मंसूरी, शोएब मंसूरी, सेजल वर्मा, मोहिनी अहिरवार, राधा, गौरी नायक, तेजस्विनी भारद्वाज, दिव्या वर्मा, वैष्णवी, अंशिका, मुस्कान, पूनम, विकास गोस्वामी आदि रहे। संचालन टिंकल राठौर ने किया।