Muzaffarnagar में अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत Kotwali Nagar police encounter ने एक बार फिर पुलिस की सक्रियता और सख्ती को उजागर कर दिया है। थाना कोतवाली नगर पुलिस ने देर रात हुई मुठभेड़ के बाद 02 शातिर और वांछित वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक बदमाश पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हो गया।
इस कार्रवाई में पुलिस ने वाहन चोरी की 03 घटनाओं का सफल अनावरण करते हुए 09 चोरी की मोटरसाइकिलें और अवैध शस्त्र भी बरामद किए हैं।
यह कार्रवाई न केवल चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने में अहम मानी जा रही है, बल्कि शहर में सक्रिय वाहन चोर गिरोहों के लिए भी कड़ा संदेश है।
उच्चाधिकारियों के निर्देशन में चला ऑपरेशन
यह पूरी कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में, पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, सहायक पुलिस अधीक्षक / क्षेत्राधिकारी नगर सिद्धार्थ के. मिश्रा तथा थाना प्रभारी कोतवाली नगर बबलू सिंह के कुशल नेतृत्व में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
पिछले कुछ दिनों से कोतवाली नगर क्षेत्र में बढ़ती मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों ने विशेष टीम का गठन किया था।
शाहबुद्दीनपुर रोड पर चेकिंग के दौरान मुठभेड़
Kotwali Nagar police encounter की यह घटना उस समय हुई जब कोतवाली नगर पुलिस टीम शाहबुद्दीनपुर रोड पर देर रात वाहन चेकिंग कर रही थी।
इसी दौरान दो मोटरसाइकिलें तेज गति से आती दिखाई दीं। पुलिस ने चेकिंग के लिए रुकने का इशारा किया, लेकिन मोटरसाइकिल सवार नहीं रुके।
पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए—
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एक मोटरसाइकिल सवार को मौके पर ही आवश्यक बल प्रयोग कर पकड़ लिया
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जबकि दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्ति तेज मोड़ लेकर भागने लगा
भागते बदमाश ने की फायरिंग, पुलिस ने किया जवाब
दूसरे बदमाश का पुलिस ने पीछा किया। कुछ दूरी पर उसकी मोटरसाइकिल तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर गिर गई।
इसके बाद वह बदमाश मोटरसाइकिल मौके पर छोड़कर पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग करता हुआ जंगल की ओर भागने लगा।
पुलिस टीम बाल-बाल बची और बदमाश को फायरिंग बंद कर आत्मसमर्पण की चेतावनी दी गई, लेकिन उसने चेतावनी को नजरअंदाज किया।
इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में सूक्ष्म और नियंत्रित जवाबी फायरिंग की, जिसमें बदमाश अंकित धीमान घायल हो गया।
घायल बदमाश गिरफ्तार, अस्पताल में भर्ती
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घायल बदमाश को मौके पर ही काबू में लेकर तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस ने बताया कि घायल बदमाश की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है और उस पर नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जा रही है।
09 चोरी की मोटरसाइकिलें और अवैध शस्त्र बरामद
गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से—
बरामद किए गए।
इसके अलावा अभियुक्त अंकित धीमान की निशानदेही पर उसके मकान से 07 और चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गईं।
इस तरह पुलिस ने कुल 09 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद कर वाहन चोरी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त—
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अंकित धीमान पुत्र राजपाल, निवासी ग्राम बंदर जोड़्डा, थाना देवबंद, सहारनपुर (घायल)
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सोनू पुत्र राजेन्द्र सैनी, निवासी गांव ढसका, थाना मंगलौर, हरिद्वार
बताए गए हैं।
पुलिस इनके विस्तृत आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।
अस्पतालों के पास से करते थे वाहन चोरी
प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने खुलासा किया कि वे—
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मुख्य रूप से अस्पतालों और भीड़भाड़ वाले इलाकों के आसपास से मोटरसाइकिलें चोरी करते थे
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चोरी की गई मोटरसाइकिलों को कम दामों में बेचकर अवैध लाभ कमाते थे
पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि बरामद मोटरसाइकिलें किन-किन स्थानों से चोरी की गई थीं और इनके खरीदार कौन थे।
पुलिस टीम की सक्रिय भूमिका
इस सफल Kotwali Nagar police encounter और गिरफ्तारी में—
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प्रभारी निरीक्षक बबलू सिंह वर्मा
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उप निरीक्षक सोनू सिंह, शशि कपूर
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कांस्टेबल विनीत कुमार, अंकित कुमार, मनवीर सिंह
की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
टीम की सतर्कता और त्वरित निर्णय से एक बड़ा अपराधी गिरोह पकड़ा गया।
अपराधियों के खिलाफ पुलिस का स्पष्ट संदेश
इस कार्रवाई के बाद पुलिस प्रशासन ने साफ संकेत दिया है कि—
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वाहन चोरी करने वालों पर सख्त नजर रखी जा रही है
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मुठभेड़ जैसी कार्रवाई से पुलिस पीछे नहीं हटेगी
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अपराधियों के लिए जिले में कोई सुरक्षित स्थान नहीं है
शहरवासियों ने भी इस कार्रवाई के बाद राहत की सांस ली है और पुलिस की तत्परता की सराहना की है।
कोतवाली नगर में हुई यह पुलिस मुठभेड़ और बड़ी बरामदगी साफ संकेत देती है कि मुजफ्फरनगर पुलिस अपराध के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर यह कार्रवाई एक निर्णायक प्रहार मानी जा रही है। अब देखना यह होगा कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों तक पुलिस कितनी तेजी से पहुंच पाती है।
