खतौली Muzaffarnagar में बुधवार, 19 नवंबर 2025 का दिन पूरी तरह से राजनीतिक उत्साह और भावनात्मक श्रद्धा का प्रतीक बन गया। भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री, भारत रत्न, लौह-स्त्री इंदिरा गांधी की जयंती पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर भव्य माल्यार्पण कर Indira Gandhi Jayanti Khatauli समारोह को ऐतिहासिक रूप दिया।

कार्यक्रम का नेतृत्व कांग्रेस के निःशुल्क जिला अध्यक्ष हकीम जफर महमूद ने किया, जिनके पहुंचते ही स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं में नया जोश दौड़ गया। सुबह से ही कस्बे के विभिन्न हिस्सों से कार्यकर्ताओं का कारवां प्रतिमा स्थल पर पहुंचना शुरू हो गया था, मानो पूरा शहर इंदिरा गांधी की स्मृतियों में एकजुट हो गया हो।


कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं से दी भावभीनी श्रद्धांजलि

कार्यक्रम के आधिकारिक आरंभ में सबसे पहले हकीम जफर महमूद ने इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उनके बाद जिले, ब्लॉक और नगर स्तर के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एक-एक कर माल्यार्पण करते हुए अपने सम्मान और भावनाओं को प्रकट किया।

प्रतिमा स्थल पर पुष्पों की सुगंध, नारों की गूंज और शांति के बीच झलकती श्रद्धा—इन सभी ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की।
कई कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के संघर्ष, दूरदर्शिता और राष्ट्रनिर्माण में उनकी निर्णायक भूमिका को आत्मीयता के साथ याद किया।


इंदिरा गांधी के योगदान का स्मरण—नेतृत्व, साहस और निर्णायक नीति का जिक्र

श्रद्धांजलि सभा के दौरान कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के जीवन के कई महत्वपूर्ण अध्यायों पर चर्चा की।
उनके नेतृत्व में भारत—

  • हरित क्रांति

  • बैंकों का राष्ट्रीयकरण

  • बांग्लादेश संघर्ष में ऐतिहासिक जीत

  • मजबूत विदेश नीति

  • आत्मनिर्भरता और औद्योगिक विकास
    जैसे मील के पत्थरों से गुजरा था।

वक्ताओं ने कहा कि इंदिरा गांधी का नेतृत्व सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि एक ऐसी प्रेरणा थी जिसने भारत को वैश्विक सम्मान दिलाया।
Indira Gandhi Jayanti Khatauli कार्यक्रम इसी विरासत को याद करने और उसे आगे बढ़ाने का अवसर बन गया।


सादगीपूर्ण केक काटकर मनाया जन्मदिन—सेवा और समर्पण का संकल्प

शोक और श्रद्धा के बाद कार्यक्रम का माहौल भावनात्मक से उत्सवपूर्ण हो गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से केक काटकर इंदिरा गांधी का जन्मदिन मनाया।
यह आयोजन भव्यता की बजाय सादगी से भरा था, जो उनके व्यक्तित्व की दृढ़ता और सरलता दोनों का प्रतीक माना गया।

केक काटने के बाद सभी कार्यकर्ताओं ने एक सुर में इंदिरा गांधी के बताए रास्ते पर चलने और राष्ट्रहित में सेवा समर्पित करने का संकल्प लिया।
यह क्षण संगठन के प्रति वफादारी और देश सेवा के प्रति नई ऊर्जा भरने वाला साबित हुआ।


कार्यक्रम में प्रमुख नेताओं की मौजूदगी—खतौली कांग्रेस की मजबूत एकजुटता का प्रदर्शन

इस कार्यक्रम में कांग्रेस संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल रहे, जिनमें—

  • हकीम जफर महमूद – जिला अध्यक्ष

  • योगेश खारी एडवोकेट – जिला उपाध्यक्ष

  • दिलशाद सिद्दीकी – नगर अध्यक्ष

  • जानसठ बाबूराम कसाना – ब्लॉक अध्यक्ष

  • मजहर अब्बास – जिला सचिव

  • शहजाद अहमद

  • अमित इंदरवाल

  • गौरव इंदरवाल

  • हकीम असद, इरशाद, समद काजी
    सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इन नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने यह साबित किया कि खतौली कांग्रेस की जमीनी पकड़ आज भी बेहद मजबूत है और संगठन में एकता लगातार सुदृढ़ हो रही है।


खतौली में कांग्रेस का बढ़ता जनसंपर्क—युवा कार्यकर्ताओं की भी बड़ी भागीदारी

इस वर्ष के Indira Gandhi Jayanti Khatauli कार्यक्रम में युवाओं की बड़ी भागीदारी दिखाई दी।
महिला कार्यकर्ताओं, युवा मोर्चा और वरिष्ठ नेताओं की मिश्रित उपस्थिति ने संगठन के समन्वय और बेहतर तालमेल को और मजबूत किया।

अधिकारियों ने कहा कि इंदिरा गांधी की प्रेरणा से युवा वर्ग में देश सेवा, सामाजिक upliftment और राजनीतिक जागरूकता को बढ़ावा मिलता है, इसलिए इस बार विशेष रूप से युवाओं को शामिल करने पर जोर दिया गया था।


कार्यक्रम का संदेश—एकता, सेवा और संगठन को मजबूत करने की पुकार

कार्यक्रम के अंतिम चरण में सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेताओं ने संगठन को मजबूत करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के जीवन का सबसे बड़ा संदेश था—

  • अडिग साहस

  • जनता के लिए कार्य

  • और राष्ट्रहित सर्वोपरि

खतौली में यह कार्यक्रम न सिर्फ एक श्रद्धांजलि सभा था, बल्कि आने वाले राजनीतिक अभियानों और जनसंघर्षों में एकजुटता का संदेश भी था।


खतौली में मनाया गया Indira Gandhi Jayanti Khatauli समारोह प्रेम, श्रद्धा और सेवा-संकल्प का संगम रहा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर न केवल भारत की लौह-स्त्री को सम्मान दिया, बल्कि उनके दिखाए राष्ट्रहित के मार्ग पर चलने का वादा भी दोहराया। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि इंदिरा गांधी की प्रेरणा आज भी कार्यकर्ताओं की ऊर्जा और संगठन की एकता का आधार बनी हुई है।



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