Muzaffarnagar। मीरापुर के गांव खेड़ी सराय में एक गंभीर समस्या ने ग्रामीणों की दिनचर्या को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। यहां के गांव मार्ग पर भारी जलभराव होने के कारण ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को प्रतिदिन गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे उन्हें कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। यह जलभराव पिछले काफी समय से समस्या बना हुआ है, जिससे गांव के लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है।
स्कूली बच्चों के लिए खतरा और परेशानी
गांव के मार्ग पर जलभराव की समस्या से सबसे अधिक प्रभावित स्कूली बच्चे हैं। रोजाना स्कूल जाने और वापस आने के दौरान बच्चों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए भी खतरे का कारण बन सकता है। गंदे पानी में कीटाणु और अन्य घातक तत्व मौजूद होते हैं, जिससे बच्चों में बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा, इस रास्ते से गुजरने वाले अन्य ग्रामीणों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों का रोष और चिंता
इस जलभराव को लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। राहुल शर्मा, प्रवीण कुमार, देवदत्त, संदीप और भारतवीर जैसे स्थानीय लोग इस समस्या पर गंभीर चिंता व्यक्त कर चुके हैं। उनका कहना है कि जलभराव की यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, और इससे उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। यह स्थिति गांव के विकास और साफ-सफाई की दिशा में एक बड़ी रुकावट बन गई है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से इस समस्या का समाधान शीघ्र किया जाना चाहिए, ताकि उनका जीवन फिर से सामान्य हो सके।
प्रशासन से शीघ्र समाधान की अपील
ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए एडीओ पंचायत धर्मवीर सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि यह समस्या उनके संज्ञान में आ गई है, और प्रशासन शीघ्र ही इसका समाधान करेगा। धर्मवीर सिंह ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे और मार्ग पर पानी की निकासी के उचित इंतजाम किए जाएंगे।
जल निकासी की व्यवस्था पर जोर
गांव में जलभराव की समस्या का मुख्य कारण उचित जल निकासी की व्यवस्था का न होना है। यह समस्या विशेष रूप से मानसून के मौसम में और अधिक विकराल हो जाती है, जब गांव के रास्तों पर बारिश का पानी भर जाता है और गांववासियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन जाती है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस समस्या को हल करने के लिए एक स्थायी समाधान निकाले, ताकि जलभराव से ग्रामीणों को मुक्ति मिल सके और उनका दैनिक जीवन सुगम हो।
समस्या के समाधान में स्थानीय नेताओं की भूमिका
गांव में जलभराव जैसी समस्याओं का समाधान केवल प्रशासन के प्रयासों से नहीं, बल्कि स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों के सहयोग से ही संभव हो सकता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से यह अपेक्षा की है कि इस समस्या को प्राथमिकता दी जाए और शीघ्र समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। गांव के स्थानीय नेता इस मुद्दे को उठाने और समाधान सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
जलभराव से मुक्ति की दिशा में प्रशासन की तत्परता जरूरी
गांव खेड़ी सराय में जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों के जीवन को कठिन बना दिया है। प्रशासन से अपेक्षाएँ जताई जा रही हैं कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि ग्रामीणों का जीवन सामान्य हो सके और बच्चों का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहे। जल निकासी की व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ स्थानीय सहयोग भी इस समस्या के समाधान में अहम भूमिका निभाएगा। प्रशासन को इस दिशा में जल्दी कदम उठाने चाहिए, ताकि यह समस्या सुलझ सके और ग्रामीणों को राहत मिल सके।
