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नगरीय निकाय चुनाव में गोंडा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी संध्या श्रीवास्तव के पति रूपेश निर्मल श्रीवास्तव का मतगणना पास रद्द कर उन्हें बाहर कर दिया गया। मतगणना शुरू होने के बाद हुई कार्रवाई से हंगामा शुरू कर दिया। निर्मल श्रीवास्तव ने कहा कि उनके साथ हर बार ऐसा ही होता है। वहीं निर्वाचन अधिकारी प्रेम कुमार ठाकुर ने कहा कि आपराधिक मामले होने के कारण पास निरस्त किया गया है।
भाजपा से बागी होकर नगर पालिका चुनाव लड़ रहे निर्मल श्रीवास्तव को पुलिस ने मतगणना स्थल से बाहर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि निर्मल श्रीवास्तव पर कई मुकदमें दर्ज हैं। हालांकि पहले निर्मल को मतगणना के लिये पास जारी किया गया था लेकिन मतगणना स्थल पर उस पास को भी निरस्त कर दिया गया। निर्मल श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन पर चुनाव में धांधली की आरोप लगाया है।
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नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन निर्मल श्रीवास्तव भाजपा से टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रहे राजेश राय चंदानी की पत्नी लक्ष्मी राय चंदानी को दे दिया गया। टिकट न मिलने से निर्मल बागी हो गए। निर्मल अपनी पत्नी संध्या श्रीवास्तव को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा रहे हैं। निकाय चुनाव की मतगणना के लिए निर्मल श्रीवास्तव को पास जारी किया गया था।
शनिवार को वोटों की गिनती कराने के लिए निर्मल मतगणना स्थल पर पहुंचे थे लेकिन कुछ देर बाद पुलिस प्रशासन ने निर्मल का पास निरस्त कर उन्हे मतगणना स्थल से बाहर निकाल दिया। पुलिस का कहना है कि निर्मल श्रीवास्तव मुकदमें में आरोपित हैं। जबकि निर्मल का आरोप है कि जिला प्रशासन मनमानी कर रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन पर काउंटिंग में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।