Muzaffarnagar जनपद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ रिश्तों और भरोसे की आड़ में की गई बड़ी चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। थाना नई मण्डी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक पुरुष और एक महिला सहित दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला केवल चोरी तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें परिवार के अंदर से की गई रेकी, तकनीकी साजिश और आपराधिक मानसिकता का खुला प्रदर्शन देखने को मिला है।


वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में हुई सटीक कार्रवाई

यह पूरी कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन मेरठ एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहारनपुर परिक्षेत्र सहारनपुर के निर्देशन में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में संपन्न हुई।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी नई मण्डी राजू कुमार साव तथा प्रभारी निरीक्षक नई मण्डी बृजेश कुमार शर्मा ने किया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि अपराध की योजना घर के अंदर से ही तैयार की गई थी।


तहरीर से खुला मामला, 12 दिसंबर को दर्ज हुई चोरी

घटना की शुरुआत 12 दिसंबर को हुई, जब विकास ढींगरा पुत्र स्वर्गीय कस्तूरी लाल, निवासी गांधी कॉलोनी, थाना नई मण्डी, मुजफ्फरनगर ने थाने में लिखित तहरीर दी।
तहरीर में बताया गया कि उनके घर से अज्ञात चोरों द्वारा सोने के आभूषण और नकदी चोरी कर ली गई है।
तहरीर के आधार पर तत्काल मामला दर्ज किया गया और चोरी के शीघ्र अनावरण के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया।


पचैण्डा रोड से गिरफ्तारी, भारी मात्रा में चोरी का माल बरामद

पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर पचैण्डा रोड पर भगवती प्रॉपर्टी कमीशन एजेंट के कार्यालय के पास से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से जो बरामदगी हुई, उसने पूरे मामले की गंभीरता को उजागर कर दिया—

  • पीली धातु के चोरी किए गए आभूषण

  • 06 अंगूठियाँ (पीली धातु)

  • 03 गले की चेन (01 लॉकेट सहित)

  • 02 कड़े (पीली धातु)

  • 02 जोड़ी कान के टॉप्स (पीली धातु)

  • 01 आधार कार्ड

  • 01 पैन कार्ड

  • 01 आईफोन 17

  • 01 वायरलेस रिमोट (वादी के घर के गेट का)

  • 01 घड़ी (कीमत लगभग 22 हजार रुपये, चोरी के पैसों से खरीदी गई)

यह बरामदगी Muzaffarnagar News में चर्चा का विषय बनी हुई है।


गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान, चौंकाने वाला रिश्ता उजागर

पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान—

  • दानिश हसन पुत्र आबाद मियां उर्फ बिट्टू, निवासी ग्राम सलारपुर, थाना जानसठ

  • मान्या मुखेजा पुत्री अमित मुखेजा, निवासी गांधी कॉलोनी, थाना नई मण्डी

के रूप में की है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मान्या मुखेजा, वादी विकास ढींगरा की रिश्तेदार (मामा की बेटी) है, जिसने ही अपने ही घर की रेकी कर चोरी की नींव रखी।


इकबाल-ए-जुर्म: बेरोजगारी और आर्थिक तंगी बनी अपराध की वजह

पूछताछ में अभियुक्त दानिश हसन ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वह पहले मर्चेंट नेवी में कार्यरत था, लेकिन करीब दो माह पूर्व नौकरी छूटने के बाद उसकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई।
वहीं, मान्या मुखेजा देहरादून के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी और बीसीए परीक्षा में बैक आने के कारण उसे भी पैसों की आवश्यकता थी।

आर्थिक तंगी और गलत संगति ने दोनों को अपराध की ओर धकेल दिया।


दीपावली के आसपास बनी चोरी की योजना, अंदरूनी जानकारी का दुरुपयोग

अभियुक्तों ने दीपावली के आसपास चोरी की योजना बनाई।
योजना के अनुसार—

  • मान्या मुखेजा अपने मामा विकास ढींगरा के घर आई

  • घर में रखे जेवरात की पूरी जानकारी जुटाई

  • गेट का वायरलेस रिमोट दानिश को सौंपा

  • कीमती सामान के सटीक स्थान बताए

यह Muzaffarnagar News का सबसे संवेदनशील पहलू है, जहाँ रिश्तों का भरोसा अपराध में बदल गया।


पहला प्रयास विफल, दूसरा प्रयास बना बड़ी चोरी

दानिश ने बताया कि 08 दिसंबर को जब परिवार शरण, पंजाब में मृत्यु क्रिया में गया था, उस दिन चोरी का पहला प्रयास किया गया, लेकिन अतिरिक्त लॉक के कारण वह असफल रहा।
इसके बाद 11 दिसंबर को मान्या ने सूचना दी कि परिवार शादी में जा रहा है।
दानिश उस समय जानसठ रोड पर एक शादी समारोह में मौजूद था, जहाँ से वह सीधे गांधी कॉलोनी स्थित घर पहुँचा।


फोन पर निर्देश, घर के अंदर से की गई लाइव मदद

अभियुक्त ने बताया कि चोरी के दौरान वह लगातार मान्या मुखेजा से फोन पर संपर्क में था।
मान्या घर के अंदर रखे जेवरात के स्थान उसे बताती रही।
इसी दौरान वादी का पुत्र वंश दूसरे कमरे में आ गया, लेकिन अत्यंत सतर्कता से चोरी को अंजाम दिया गया।

जब दानिश घर से निकल रहा था, तभी वंश सामने आ गया।
दानिश ने उस पर मिर्ची स्प्रे किया और धक्का देकर फरार हो गया।


चोरी का सोना बेचा, कर्ज चुकाया और शौक पूरे किए

अभियुक्त ने बताया कि चोरी किए गए सोने में से कुछ सोना 3,34,000 रुपये में बेचा गया।
इस रकम से—

  • आईफोन खरीदा गया

  • महंगी घड़ी ली गई

  • मान्या द्वारा लिया गया लगभग 70,000 रुपये का कर्ज चुकाया गया

  • शेष रकम घूमने-फिरने और अन्य खर्चों में उड़ा दी गई


पुलिस टीम की भूमिका, सटीक जांच से खुला पूरा मामला

इस सफल अनावरण में थाना नई मण्डी पुलिस टीम की अहम भूमिका रही।
गिरफ्तारी में शामिल टीम—

प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा,
उपनिरीक्षक रामवीर सिंह,
संदीप सिंह धारीवाल,
दीपक मावी,
हेड कांस्टेबल अंकित शर्मा,
इमरान खान,
कांस्टेबल मुनेश कुमार,
गौरव गुर्जर,
अनुज कुमार,
रोहित कुमार

पुलिस द्वारा अभियुक्तों के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।


मुजफ्फरनगर की यह घटना केवल चोरी की वारदात नहीं, बल्कि रिश्तों में छिपे विश्वासघात की एक गंभीर तस्वीर पेश करती है। थाना नई मण्डी पुलिस की सतर्कता और तेज कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अपराध चाहे कितना भी योजनाबद्ध क्यों न हो, कानून से बचना संभव नहीं। यह मामला समाज के लिए भी एक सख्त संदेश है कि आर्थिक तंगी का समाधान अपराध नहीं, बल्कि सही मार्ग और धैर्य है।

 



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