Muzaffarnagar जनपद के चरथावल कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लुहारी खुर्द में उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब एक हलवाई की दुकान में रखे गैस सिलेंडर में अचानक आग लग गई। यह घटना इतनी अचानक हुई कि कुछ ही क्षणों में दुकान से तेज लपटें उठने लगीं और आसपास के इलाके में दहशत फैल गई।
बताया जा रहा है कि यह दुकान स्थानीय हलवाई सोना की है, जहां रोज की तरह कामकाज चल रहा था।
दुकान से उठीं तेज लपटें, ग्रामीणों में मची अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही गैस सिलेंडर से आग भड़की, दुकान के भीतर तेज धमाके जैसी आवाज सुनाई दी और आग की ऊंची-ऊंची लपटें बाहर की ओर निकलने लगीं।
कुछ देर के लिए गांव में भगदड़ जैसे हालात बन गए। आसपास मौजूद लोग डर के मारे घरों और दुकानों से बाहर निकल आए। कई लोगों को आशंका थी कि यदि आग सिलेंडर तक पूरी तरह पहुंच गई, तो बड़ा विस्फोट भी हो सकता है।
ग्रामीणों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
इस Charthawal gas cylinder fire की सबसे अहम बात यह रही कि गांव के लोगों ने घबराने के बजाय साहस और सूझबूझ का परिचय दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बिना किसी देरी के आग बुझाने में जुट गए।
बाल्टियों, पानी के ड्रम, गीले कपड़ों और अन्य उपलब्ध संसाधनों की मदद से ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयास शुरू किया। लगातार कोशिशों के बाद आग पर काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
जनहानि नहीं, लेकिन दुकान को पहुंचा आंशिक नुकसान
इस Charthawal gas cylinder fire में राहत की सबसे बड़ी बात यह रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
हालांकि, आग की चपेट में आने से दुकान में रखा कुछ सामान क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताई जा रही है।
दुकान का आंतरिक हिस्सा आंशिक रूप से जल गया, जिससे हलवाई को आर्थिक नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि आग कुछ मिनट और बढ़ जाती, तो आसपास की अन्य दुकानों और घरों को भी चपेट में ले सकती थी।
प्राथमिक जांच में गैस लीकेज की आशंका
घटना की प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण गैस सिलेंडर में लीकेज बताया जा रहा है।
माना जा रहा है कि सिलेंडर से गैस का रिसाव हो रहा था और किसी चिंगारी या खुली आंच के संपर्क में आते ही आग भड़क उठी।
ग्रामीणों ने बताया कि गैस की हल्की गंध पहले से महसूस की जा रही थी, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
पुलिस ने ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली और आग लगने के कारणों की पड़ताल शुरू की।
साथ ही, पुलिस ने दुकानदार को भविष्य में गैस उपकरणों की नियमित जांच और सुरक्षा मानकों का पालन करने की सलाह दी।
ग्रामीण क्षेत्रों में गैस सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस Charthawal gas cylinder fire की घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में गैस सिलेंडर और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अक्सर छोटे दुकानदार और हलवाई बिना नियमित जांच के सिलेंडर और रेगुलेटर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इस तरह की घटनाओं का खतरा बना रहता है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि—
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गैस सिलेंडरों की समय-समय पर जांच कराई जाए
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दुकानदारों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए
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आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जाए
समय रहते आग बुझी, गांव ने ली राहत की सांस
आग पर काबू पाने के बाद गांव में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हुई। लोग एक-दूसरे की मदद और साहस की सराहना करते नजर आए।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि सभी ने मिलकर प्रयास न किया होता, तो यह घटना बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी।
चरथावल के लुहारी खुर्द गांव में हुई यह घटना भले ही बिना जनहानि के टल गई हो, लेकिन इसने गैस सुरक्षा को लेकर गंभीर चेतावनी जरूर दे दी है। ग्रामीणों की तत्परता और सामूहिक प्रयासों ने एक बड़े हादसे को रोक दिया, जो यह दर्शाता है कि सतर्कता और सूझबूझ से किसी भी आपदा को काफी हद तक टाला जा सकता है।
