Muzaffarnagar के गांधी कॉलोनी स्थित श्री श्री गोलोक धाम में आगामी जन्माष्टमी (16 अगस्त 2025) के भव्य पर्व की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इस पवित्र अवसर की शुरुआत आज जन्माष्टमी उत्सव के शुभारंभ के साथ हुई, जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता और समाजसेवी विजय वर्मा अपनी धर्मपत्नी लीना वर्मा के साथ उपस्थित रहे। दोनों ने पारंपरिक विधि से ध्वजा पूजन किया और फिर भक्तों के साथ श्री धाम परिक्रमा में भाग लिया।
भव्य ध्वजा पूजन और परिक्रमा से हुई शुरुआत
सुबह से ही मंदिर परिसर में रौनक देखने लायक थी। रंग-बिरंगे फूलों की सजावट, झिलमिलाती रोशनियों और सुगंधित अगरबत्तियों की महक ने वातावरण को भक्ति-रस में डुबो दिया। जैसे ही ध्वजा पूजन का समय आया, भक्तजन अपने-अपने ध्वज लेकर मंदिर प्रांगण में एकत्र हुए। विजय वर्मा और लीना वर्मा ने ध्वजा पूजन संपन्न कराया और तत्पश्चात सभी श्रद्धालु ‘राधे-राधे’ के जयकारों के साथ परिक्रमा के लिए निकल पड़े।
16 अगस्त को होगा मुख्य जन्माष्टमी पर्व
मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन होगा, जिसमें भव्य झांकियां, रासलीला, भजन संध्या और महाप्रसाद वितरण किया जाएगा। आज का ध्वजा पूजन उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है और इसके बाद प्रतिदिन भक्ति-कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
विजय वर्मा: खेल और आध्यात्म का अनोखा संगम
अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी और समाजसेवी विजय वर्मा ने कहा, “जन्माष्टमी का पर्व हमें प्रेम, अनुशासन और धैर्य का संदेश देता है। जिस तरह खेल में निरंतर अभ्यास जरूरी है, उसी तरह भक्ति में भी निरंतरता और एकाग्रता आवश्यक है।” उन्होंने यह भी कहा कि गोलोक धाम में होने वाले ये उत्सव न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक एकता के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हैं।
भक्ति-गीत और माहौल में राधा-कृष्ण की महिमा
परिक्रमा के दौरान माहौल पूरी तरह राधा-कृष्ण की महिमा में रंग गया। भक्तजन भजन-कीर्तन गाते हुए, ध्वज लहराते हुए और मंदिर की परिक्रमा करते हुए आध्यात्मिक आनंद में खो गए। कई महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य भी प्रस्तुत किया, जिसने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी।
गोलोक धाम में झांकियों की तैयारियां जोरों पर
मंदिर समिति के अनुसार, इस बार विशेष रूप से बाल कृष्ण की झूला झांकी, गोवर्धन पर्वत लीला, और माखन चोर का दृश्य तैयार किए जा रहे हैं, जो जन्माष्टमी की रात भक्तों के दर्शनार्थ सजाए जाएंगे।
सामाजिक और धार्मिक एकता का प्रतीक
यह उत्सव न केवल भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान है, बल्कि स्थानीय समाज में प्रेम, भाईचारा और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है। गांधी कॉलोनी और आस-पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर इस आयोजन को विशेष बना रहे हैं।
श्री श्री गोलोक धाम में जन्माष्टमी उत्सव की यह शुरुआत एक भव्य आध्यात्मिक यात्रा का आरंभ है, जो 16 अगस्त को अपने चरम पर पहुंचेगी। विजय वर्मा और लीना वर्मा जैसे सम्मानित व्यक्तित्वों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया। आने वाले दिनों में भक्ति, संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठेगा।