अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि निकाय चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सभी 17 मेयर की सीट जीती हैं। इसके बावजूद अखिलेश जनभावनाओं का आदर नहीं कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने जमीनी हकीकत नहीं समझी तो वह बचा राजनीतिक अस्तित्व भी खो देंगे। उनका कोई नाम लेने वाला नहीं बचेगा।
सर्किट हाउस में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान में कभी जातिगत जनगणना नहीं हुई। एक बार अंग्रेजों ने जातिगत जनगणना कराई थी, जब उनको देश में फूट डालनी थी और राज करना था। कुछ लोग अंग्रेजों के पद चिह्नों पर चलकर जातिगत जनगणना कराना चाहते हैं। जनता उन्हें जवाब देगी। बोले कि जाति जनगणना के मुद्दे पर ओपी राजभर मान गए हैं। एक सवाल के जवाब में बोले कि ओपी राजभर ने समय से सीखते हुए भाजपा की रीति-नीति को स्वीकार किया है। शायराना अंदाज में बोले कि जहाज के पंखी कहां जाएंगे, लौटकर फिर जहाज पर ही आना है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भविष्य में स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए भी भाजपा के दरवाजे खुले हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि इस पर फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है। मगर उनका व्यक्तिगत मत है कि अगर कोई भूला है और अपनी गलती को स्वीकार करता है, तो विचार करने में कोई एतराज नहीं है। कहा कि अगस्त में प्रधानमंत्री हर मंडल को एक अटल आवासीय विद्यालय की सौगात देंगे।
जब पूरा विपक्ष एक होगा, तब भी बीजेपी की सरकार बनेगी
विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर राजभर बोले कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। 51 फीसदी वोटों की लड़ाई लड़ने के लिए भाजपा पूरी तरह तैयार है। वो समय भी आएगा, जब पूरा विपक्ष एक साथ होगा और भाजपा एक तरफ। तब भी बीजेपी 51 फीसदी वोट हासिल कर केंद्र में सरकार बनाएगी। 2019 में हुआ सपा-बसपा का गठबंधन भी माटी में मिल गया था।