
हादसे के बाद मौके पर जुटी लोगों की भीड़
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कासगंज के अतरौली मार्ग पर दोपहर के समय ट्रक और बाइक हादसे में बाइक पर सवार चार लोगों में से पिता पुत्री की मौत हो गई। जबकि इसी बाइक पर सवार पिता और उसकी मासूम पुत्री बाल-बाल बच गए। दोनों के खरोंच भी नहीं आई। लोगों को जब घटना की जानकारी हुई तो उनके बीच इस बात को लेकर चर्चा थी कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय।
ये थी घटना
घटनाक्रम के मुताबिक आशवार अली निवासी दादौं जनपद अलीगढ़ अपनी पुत्री सगीना के घर कन्नौज के झिल्लापुर गए हुए थे। शुक्रवार को दामाद चांद मियां और बेटी सगीना मासूम पुत्री चांदनी के साथ आशवार को बाइक पर सवार होकर दादौं वापस छोड़ने आ रहे थे। तभी बिलराम के पास हादसा हो गया। इस हादसे में आशवार अली और उनकी पुत्री की मौत हो गई, जबकि इसी हादसे में चांद मियां और मासूम पुत्री बाल-बाल बच गई।
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बच गए पिता और पुत्री
लोगों की जुबान पर चर्चा थी कि एक बाप बेटी के जीवन की यात्रा पूरी हो गई। दूसरे पिता पुत्री ईश्वरीय कृपा से बच गए। हादसे के दौरान मां सगीना के कलेजे से मासूम चांदनी चिपटी हुई थी। जैसे ही ट्रक ने पीछे से बाइक को टक्कर मारी तो चांदनी मां के हाथ से छिटक कर दूर जा गिरी, लेकिन उसके कहीं भी खरोंच नहीं आई। इसी तरह से चांदनी के पिता बाइक चला रहे थे वह भी बच गए।
चार बच्चों के सिर से उठा मां का साया
सगीना के चार बच्चे हैं। जिसमें बड़ी बेटी 4 साल की सोनी, दूसरी 3 साल की बेटी ननिया, 2 वर्षीय बेटा चंदू और चौथी 7 माह की बेटी चांदनी है। सगीना की मौत से चारों बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है।