जानसठ क्षेत्र में चोरी की घटनाओं पर शिकंजा कसते हुए रामराज Muzaffarnagar पुलिस ने एक अहम सफलता हासिल की है। थाना क्षेत्र में दर्ज चोरी के एक मामले में वांछित आरोपी को पुलिस ने कारागार से पीसीआर (प्रोडक्शन कस्टडी रिमांड) पर लाकर न केवल पूछताछ की, बल्कि उसकी निशानदेही पर चोरी का माल और वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली।
इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि क्षेत्र में अपराध कर जेल की सलाखों के पीछे छिप जाना अब अपराधियों के लिए सुरक्षित विकल्प नहीं रह गया है।
थाना प्रभारी के नेतृत्व में चला सुनियोजित ऑपरेशन
इस पूरे ऑपरेशन को रामराज थाना प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह यादव के कुशल नेतृत्व में अंजाम दिया गया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी पहले से ही एक अन्य मामले में हरिद्वार की रोशनाबाद कारागार में बंद था। चोरी के इस मामले में पर्याप्त साक्ष्य सामने आने के बाद पुलिस ने उसे पीसीआर पर लाने की कार्रवाई की।
पीसीआर के दौरान की गई गहन पूछताछ में आरोपी ने चोरी की वारदात स्वीकार की, जिसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चोरी का सामान बरामद किया।
हैदरपुर वेटलैंड से मेट चोरी का मामला सुलझा
यह मामला हैदरपुर वेटलैंड से मेट चोरी से जुड़ा हुआ था, जिसने वन विभाग और स्थानीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सुनसान स्थान का फायदा उठाते हुए मेट चोरी की और उसे छिपा दिया था।
बरामदगी में—
शामिल हैं।
इस बरामदगी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है, क्योंकि मामला लंबे समय से लंबित था।
28 सितंबर को दर्ज हुआ था मुकदमा, वन विभाग की शिकायत पर कार्रवाई
थाना प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला 28 सितंबर को दर्ज किया गया था।
वन विभाग के माली रामकरण, निवासी कासमपुर खोला, ने हैदरपुर वेटलैंड से मेट चोरी होने के संबंध में थाने में तहरीर दी थी।
शिकायत दर्ज होने के बाद से ही पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी। तकनीकी साक्ष्यों और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंचने में सफल रही।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान, स्थानीय निवासी निकला
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी की पहचान राजू उर्फ विशाल के रूप में हुई है।
वह रामराज थाना क्षेत्र के मोहल्ला बुधनगर का निवासी बताया गया है।
पुलिस रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया है कि आरोपी का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है और यह जांच की जा रही है कि कहीं वह अन्य चोरी की घटनाओं में भी शामिल तो नहीं रहा।
पीसीआर पर पूछताछ बनी बरामदगी की कड़ी
इस मामले में पीसीआर (Production Custody Remand) की भूमिका बेहद अहम रही।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी से जेल में रहते हुए सीधे पूछताछ संभव नहीं थी, इसलिए विधिवत प्रक्रिया अपनाते हुए उसे अदालत की अनुमति से पीसीआर पर लाया गया।
पीसीआर के दौरान की गई सख्त पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर आरोपी टूट गया और चोरी के माल की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बरामदगी सुनिश्चित की।
वन क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर पुलिस की सख्ती
हैदरपुर वेटलैंड जैसे संवेदनशील और संरक्षित क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही हैं।
इस Jansath news से यह संकेत मिलता है कि पुलिस अब ऐसे मामलों में ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है।
पुलिस का कहना है कि—
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वन क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाएगी
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संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी
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वन विभाग के साथ समन्वय और मजबूत किया जाएगा
ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर समय रहते रोक लगाई जा सके।
स्थानीय लोगों में बढ़ा भरोसा, पुलिस की सराहना
इस खुलासे के बाद स्थानीय ग्रामीणों और वन विभाग के कर्मचारियों में पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ा है।
लोगों का कहना है कि जिस तरह से आरोपी को जेल से पीसीआर पर लाकर भी चोरी का माल बरामद किया गया, उससे साफ है कि कानून से बचना अब आसान नहीं है।
Jansath news | अपराध के खिलाफ लगातार जारी रहेगा अभियान
रामराज पुलिस ने स्पष्ट किया है कि क्षेत्र में चोरी, अवैध गतिविधियों और अपराध पर पूरी सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस टीम लगातार ऐसे मामलों की समीक्षा कर रही है और पुराने लंबित मामलों को भी प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जा रहा है।
जानसठ क्षेत्र में रामराज पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक चोरी के मामले का सफल खुलासा है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि अपराध चाहे कितना भी पुराना क्यों न हो, आरोपी कानून की पकड़ से बच नहीं सकता। पीसीआर पर लाकर की गई बरामदगी ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ हर स्तर पर कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह सतर्क और प्रतिबद्ध है।
