Muzaffarnagar जिले के जानसठ थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले ग्राम तालड़ा स्थित निर्माणाधीन पंचायतघर में हुई ई-रिक्शा बैटरी चोरी की रहस्यमयी वारदात ने पूरे इलाके में चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन पुलिस ने बीती रात एक साहसी कार्रवाई में न केवल इस केस का खुलासा किया, बल्कि मुठभेड़ के दौरान एक शातिर चोर को घायल अवस्था में दबोच लिया। उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने व्यापक कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

यह खुलासा न केवल चोरी की इस बड़ी वारदात का अंत माना जा रहा है, बल्कि यह भी साबित करता है कि battery theft encounter in Jansath अब सिर्फ एक चोरी का मामला नहीं, बल्कि सक्रिय अपराधी गिरोहों के खिलाफ बड़ी पुलिस मुहिम का संकेत है।


रात की चेकिंग में कैसे पकड़ में आए आरोपी—बसाईच कट पर पुलिस की रणनीतिक घेराबंदी

थाना प्रभारी राजीव शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम बीती रात जानसठ–खतौली मार्ग पर नियमित चेकिंग कर रही थी। तभी मुखबिर की सूचना आई कि बैटरी चोरी में शामिल दो आरोपी एक पल्सर मोटरसाइकिल पर बसाईच की तरफ से आने वाले हैं।

सूचना मिलते ही पुलिस ने बसाईच कट के पास व्यापक घेराबंदी की। चेकिंग को और अधिक सख्त किया गया। कुछ देर बाद एक मोटरसाइकिल तेजी से आती दिखी। पुलिस ने रोकने का इशारा किया, लेकिन बाइक सवार भागने लगे। पीछा करने पर मोटरसाइकिल एक सूने पड़े कोल्हू के पास अनियंत्रित होकर गिर गई

इसके बाद दोनों आरोपियों ने अचानक खेतों की तरफ भागते हुए पुलिस पर जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक आरोपी गोली लगने से घायल हो गया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।


घायल आरोपी की पहचान और आपराधिक इतिहास—सात मुकदमों वाला शातिर निकला बदमाश

मुठभेड़ में घायल आरोपी की पहचान सादिक पुत्र कल्लू निवासी गुलाबनगर, थाना सिविल लाइन रुड़की के रूप में हुई। सीओ जानसठ यतेन्द्र सिंह नागर ने बताया कि सादिक एक अपराधिक इतिहास वाला शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ जिले के अलग-अलग चार थानों में कुल सात मुकदमे दर्ज पाए गए हैं।

पहले भी कई चोरी, लूट और अवैध हथियारों के मामलों में उसका नाम सामने आया है। शुरुआती पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि—

  • उसने 16/17 नवंबर की रात अपने साथी के साथ पंचायतघर से चोरी की

  • 08 बैटरियां और 01 अल्टीनेटर चुराया गया

  • वे चोरी की बैटरियों को बेचने के इरादे से निकले थे

सादिक के पकड़े जाने के बाद चोरी का यह पूरा नेटवर्क सामने आ गया है, जो लंबे समय से सक्रिय था।


बरामदगी ने खोला पूरा राज़—तीन चोरी की बैटरियां, पल्सर बाइक और अवैध तमंचा

पुलिस ने आरोपी से भारी मात्रा में सामान बरामद किया, जिसमें—

  • 03 चोरी की बैटरियां

  • 01 अल्टीनेटर (चोरी में प्रयुक्त उपकरणों का हिस्सा)

  • 01 काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल

  • 01 अवैध 315 बोर का तमंचा

  • 01 जिंदा कारतूस और 01 खोखा कारतूस

बरामदगी से पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि आरोपी केवल चोरी ही नहीं करता था, बल्कि अवैध हथियारों का भी उपयोग करता था। इस पूरे मामले ने battery theft encounter in Jansath को और अधिक गंभीर बना दिया है।


फरार साथी की तलाश—पूरे इलाके में सर्च, खेतों से लेकर गन्ने की फसल तक छानमछान

पुलिस ने आरोपी के साथी की पहचान का खुलासा नहीं किया है, लेकिन बताया कि वह अंधेरे और खेतों का फायदा उठाकर फरार हो गया।

रात में ही पुलिस ने—

  • खेतों में घेराबंदी

  • गन्ने की फसलों में सर्च

  • नहर पटरी की जांच

  • गांवों के प्रवेश मार्गों पर चेकिंग

शुरू कर दी। आसपास के जंगल और कोल्हू क्षेत्र को भी ड्रोन से देखने की संभावना जताई जा रही है।

सीओ यतेन्द्र नागर के मुताबिक, फरार आरोपी जल्द ही गिरफ्त में होगा।


निर्माणाधीन पंचायतघर में चोरी कैसे हुई थी?—इमारत के खाली होने का अपराधियों ने उठाया फायदा

तालड़ा गांव के पंचायतघर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। रात में वहां सुरक्षा या चौकीदार की व्यवस्था नहीं होती, जिसका फायदा अपराधियों ने उठाया।
चोरी वाली रात में—

  • बिजली नहीं थी

  • इमारत खाली थी

  • आसपास का इलाका सुनसान था

इसी मौके का फायदा उठाकर रात के अंधेरे में भारी-भरकम ई-रिक्शा बैटरियां और अल्टीनेटर चोरी कर ले जाया गया।

इस घटना के बाद कई गांवों में ऐसे निर्माण स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।


ग्राम तालड़ा के ग्रामीणों की प्रतिक्रिया—मुहल्लों में मचा हड़कंप, बढ़ती चोरी की घटनाओं की चिंता

गांव तालड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायतघर जैसी जगह पर चोरी होना “अपराधियों की बढ़ती हिम्मत” को दर्शाता है।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि—

  • रात में संदिग्ध बाइकें कई बार देखी गई हैं

  • गांवों में चौकीदार की व्यवस्था कमजोर है

  • कई गांवों में निर्माणाधीन इमारतें अपराधियों के लिए आसान निशाना बन गई हैं

इस मुठभेड़ के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है कि कम से कम एक शातिर बदमाश पकड़ा गया है।


पुलिस की विशेष टीम कैसे कर रही थी काम?—साइंटिफिक मेथड, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिर नेटवर्क

चोरी की शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी राजीव शर्मा ने एक विशेष टीम गठित की थी, जिसने लगातार अलग-अलग स्थलों पर—

  • इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस

  • संभावित बिक्री पॉइंट की जांच

  • कबाड़ी मार्केट की निगरानी

  • रात की पैट्रोलिंग

  • मुखबिरों से जानकारी जुटाना

जैसी रणनीतियों का इस्तेमाल किया।
इसी वजह से पुलिस को आरोपी की गतिविधियों का समय और रास्ता पता लगा, जिसके बाद battery theft encounter in Jansath को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाया जा सका।


अपराधियों का नया ट्रेंड—बैटरी चोरी का नेटवर्क तेजी से फैल रहा, पुलिस हुई सतर्क

पुलिस सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ महीनों में—

  • ई-रिक्शा बैटरियों

  • ट्रैक्टर बैटरियों

  • अल्टीनेटरों

  • इनवर्टर बैटरियों

की चोरी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
क्योंकि इनकी कीमतें बढ़ गई हैं और बिक्री आसान है, इसलिए अपराधी इन्हें आसान कमाई का हथियार बना रहे हैं।

जानसठ पुलिस अब आसपास के क्षेत्रों में भी इसी तरह के गिरोहों पर सख्त कार्रवाई की योजना बना रही है।


जानसठ पुलिस द्वारा चोरी की वारदात के खुलासे के साथ ही मुठभेड़ में शातिर अपराधी सादिक की गिरफ्तारी पूरे क्षेत्र में बड़ा संदेश देती है कि अब battery theft encounter in Jansath जैसे मामलों पर पुलिस बेहद आक्रामक और सतर्क मोड में है। पंचायतघर से चोरी हुई बैटरियों की बरामदगी और अवैध हथियार मिलने से साबित होता है कि यह कोई छोटी चोरी नहीं बल्कि संगठित अपराधी नेटवर्क था। पुलिस की लगातार जांच और कॉम्बिंग अभियान से ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और फरार आरोपी पर जल्द शिकंजा कसने की पूरी उम्मीद है।

 



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