झांसी। फर्जी आधार की मदद से खड़ी की गईं एक हजार से अधिक फर्में अब बच नहीं पाएंगी। एसजीएसटी और सीजीएसटी ने इन पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। ये फर्में
झांसी और आसपास के जिलों में चल रहीं।
विभागीय जानकारों के मुताबिक, बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर जिलों में ऐसी फर्में सामने आई हैं, जिन्होंने किसी दूसरे के आधार कार्ड पर फर्म बना लीं। इन लोगों ने किसी और के आधार से एक डमी मोबाइल नंबर लिंक कराया और फिर इसी के आधार पर फर्जी फर्म की नींव रख दी। यह फर्में लंबे समय तक काम करती रहीं।
इसके बाद इनमें से कई एकाएक या तो बंद भी हो गईं या फिर इन्होंने अपने एसजीएसटी नंबर को सरेंंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि जो एसजीएसटी नंबर सरेंंडर हुए उन पर पूर्व में बड़ा कारोबार हुआ। ऐसे में फायदे में जा रहीं फर्मों को बंद करना या फिर इनका रजिस्ट्रेशन नंबर सरेंडर करना विभाग के गले नहीं उतर रहा है। ऐसी फर्मों की संख्या एक हजार से ज्यादा सामने आई हैं।
बुधवार को कमिश्नर राज्य कर मिनिस्ति एस ने एसजीएसटी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। 16 मई से इन फर्मों के खिलाफ शुरू होने वाली कार्रवाई के बाबत जानकारी ली। फर्जी फर्मों के पंजीकरण निरस्त करके इनके संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
फर्जी फर्मों की जानकारी रखी जा रही गोपनीय
16 मई शुरू होने जा रही कार्रवाई 15 जुलाई तक चलेगी। यह कार्रवाई जिन फर्मों के खिलाफ होगी उसकी जानकारी अभी तक एसजीएसटी और सीजीएसटी के अधिकारियों को नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि कार्रवाई से ठीक पहले इनकी सूची विभागों को उपलब्ध कराई जाएगी। इन फर्मों पर कार्रवाई दोनों विभाग संयुक्त रूप से करेंगे।
फर्जी आधार के मदद से फर्म बनाकर बड़े स्तर पर टैक्स की चोरी की गई है। ऐसे लोगों की लिस्ट राज्य स्तर पर तैयार कर ली गई है। 16 मई से कार्रवाई शुरू होगी। जो भी फर्में नियम के दायरे में चलती नहीं मिलेंगी उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
– अंकित अग्रवाल, उपायुक्त, सीजीएसटी।