
{“_id”:”6935a14f83c78818730b9c75″,”slug”:”video-jhansi-bhagwat-katha-preaches-respect-for-parents-a-moving-lesson-from-the-dhundakari-episode-2025-12-07″,”type”:”video”,”status”:”publish”,”title_hn”:”झांसी: भागवत कथा में माता-पिता के सम्मान का संदेश, धुंधकारी प्रसंग से हुई भावपूर्ण सीख”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}

चिरगांव के ग्राम देदर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित रमाकांत व्यास ने धुंधकारी प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में माता-पिता का आशीर्वाद ही सबसे बड़ा पुण्य है, जबकि उनकी बद्दुआ मनुष्य को रसातल तक ले जा सकती है। धुंधकारी के चरित्र के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि जो संतान अपने जन्मदाताओं का अपमान करती है, उसका जीवन कभी सुखमय नहीं हो सकता। परीक्षित बृजकिशोर यादव ने भागवत पुराण की आरती की। इस मौके पर पूर्व सांसद डॉ चंद्रपाल सिंह यादव, पूर्व मंत्री रतनलाल अहिरवार, दीप चंद यादव, टिंकू यादव, दिनेश सिंह, मुकुट सिंह ,बॉबी यादव, मानसिंह यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में आयोजक नीलू यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।