Jhansi: Bhagwat Katha preaches respect for parents, a moving lesson from the Dhundakari episode

चिरगांव के ग्राम देदर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित रमाकांत व्यास ने धुंधकारी प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में माता-पिता का आशीर्वाद ही सबसे बड़ा पुण्य है, जबकि उनकी बद्दुआ मनुष्य को रसातल तक ले जा सकती है। धुंधकारी के चरित्र के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि जो संतान अपने जन्मदाताओं का अपमान करती है, उसका जीवन कभी सुखमय नहीं हो सकता। परीक्षित बृजकिशोर यादव ने भागवत पुराण की आरती की। इस मौके पर पूर्व सांसद डॉ चंद्रपाल सिंह यादव, पूर्व मंत्री रतनलाल अहिरवार, दीप चंद यादव, टिंकू यादव, दिनेश सिंह, मुकुट सिंह ,बॉबी यादव, मानसिंह यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में आयोजक नीलू यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें