लखनऊ-यशवंतपुर और उत्सर्ग एक्सप्रेस के यात्रियों ने भी इसी तरह की परेशानी बताई। उत्सर्ग एक्सप्रेस की थर्ड एसी इकॉनमी बोगी एम-2 में सफर कर रहे कुमार सुशील ने बताया कि महंगा टिकट लेने के बाद भी ठंड लगती रही। सीट पर बैठे-बैठे समय काटना पड़ा। आरक्षित श्रेणी में भी ऐसी स्थिति होना गंभीर चिंता का विषय है।
यात्रियों के अनुसार, कुछ बोगियों में ठंडी हवा रोकने के लिए अस्थायी तौर पर इंतजाम किए गए थे, लेकिन इससे खास राहत नहीं मिली। कोहरे और लेट ट्रेनों के बीच यह इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। पहाड़ों से आ रही गलन भरी पछुआ हवाओं के असर से शुक्रवार को अधिकतम तापमान चार डिग्री लुढ़क कर 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। ये इस बार के ठंड के सीजन में दर्ज हुआ सबसे कम अधिकतम तापमान है। शुक्रवार को सुबह की शुरुआत ही घने कोहरे से हुई। सुबह के समय दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई।
शुक्रवार को ठंड ने राजधानी में कई रिकॉर्ड बनाए। अधिकतम तापमान के पैमाने पर लखनऊ में यह साल 2025 का तीसरा सबसे कम तापमान वाला दिन साबित हुआ। इस वर्ष 5 व 7 जनवरी को अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सबसे कम था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 7.5 डिग्री कम रहा। इससे दिन में ठंड और गलन के जोर का अंदाज लगाया जा सकता है।




