
साइबर ठगी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इंडियन आर्मी और सैन्य कर्मी का हवाला देकर जालसाज लोगों के बैंक खाते से आसानी से रुपये निकालने में सफल हो जा रहे हैं। आमजन भी आसानी से फोन पर लुभावनी बातों या फिर वेबसाइटों पर आकर्षक ऑफर देख झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई लुटा दे रहे हैं। इसे लेकर साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स का दो टूक कहना है कि हम जितना सतर्क रहेंगे, उतने ही सुरक्षित रहेंगे। फोन या वेबसाइट की बजाय आमने-सामने की बात पर ही भरोसा करना साइबर क्राइम से बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका है।
कागज मंगवा कर लगाई 1.83 लाख रुपये की चपत
चौक थाना के खोवा गली निवासी कागज व्यवसायी राकेश डोढ़ी के पास 11 अक्तूबर को फोन आया। कहा गया कि इंडियन आर्मी से बोल रहे हैं, कागज की डिमांड है। कैंटोनमेंट स्थित कार्यालय में कागज की खेप भेज दें। राकेश डोढ़ी ने कागज की खेप भिजवाई, उसी दौरान उनके पास कुनाल चौधरी नामक व्यक्ति ने फोन किया और सिक्योरिटी मनी जमा करने के लिए कहा गया।
उन्हें उलझा कर उनके खाते से एक लाख 83 हजार 502 रुपये ट्रांसफर करा लिए गए और कुछ पैसा जी-पे के माध्यम से लिया गया। उधर, कैंटोनमेंट स्थित कार्यालय में उनके द्वारा भेजी गई कागज की खेप भी नहीं ली गई। प्रकरण को लेकर चौक थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये भी पढ़ें: दो करोड़ खर्च कर की बेटी की शादी… ससुराल पहुंचते ही फिर इतने करोड़ की डिमांड, दुल्हन को ही बता दिया पागल