उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को डिजिटल युग में सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के तहत श्री राम कॉलेज ऑफ ला Muzaffarnagar में बी.एल.एल.बी और बी.कॉम.एल.एल.बी पाठ्यक्रम के छात्रों को स्मार्टफोन वितरित किए गए। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुआ, जहां स्मार्टफोन वितरण के साथ-साथ एक सुविचारित सेमिनार का भी आयोजन किया गया।
डिजिटल तकनीक का सुरक्षित प्रयोग: सेमिनार की झलकियां
इस विशेष आयोजन में सेमिनार का विषय था “डिजिटल तकनीक का सुरक्षित प्रयोग”। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की वरिष्ठ प्रवक्ता आंचल अग्रवाल द्वारा किया गया। उन्होंने छात्रों को डिजिटल तकनीक के फायदे और सावधानियों के बारे में जागरूक किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि आकांक्षा त्यागी (डिजी शक्ति नोडल अधिकारी) और डॉ. एस.एन. चौहान (डायरेक्टर, श्री राम कॉलेज) ने छात्रों को संबोधित किया।
आकांक्षा त्यागी ने कहा:
“डिजिटल युग में हर युवा को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। यह स्मार्टफोन एक नई शुरुआत का प्रतीक है।”
डॉ. एस.एन. चौहान ने अपने संबोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा:
“हमारा उद्देश्य केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों को आधुनिक तकनीकी साधनों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर तैयार करना है।”
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां और भागीदारी
- स्मार्टफोन वितरण:
- इस योजना के अंतर्गत छात्रों को स्मार्टफोन वितरित किए गए।
- स्मार्टफोन के साथ छात्रों को विशेष रूप से तैयार किए गए शैक्षिक ऐप्स और संसाधनों की जानकारी दी गई।
- छात्रों ने स्मार्टफोन प्राप्त करने पर उत्तर प्रदेश सरकार और कॉलेज प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
- प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया:
सेमिनार के दौरान कई छात्रों ने अपने विचार साझा किए। एक छात्र ने कहा:
“यह स्मार्टफोन मेरे पढ़ाई के लिए एक अनमोल तोहफा है। अब मैं ई-लर्निंग और ऑनलाइन क्लासेस में अधिक सक्रिय हो सकूंगा।”
- तकनीकी सत्र:
- सेमिनार के दौरान तकनीकी विशेषज्ञों ने मोबाइल एप्लिकेशन, साइबर सुरक्षा के मानक, और गोपनीयता बनाए रखने के तरीके सिखाए।
- “दोस्त या दुश्मन: सोशल मीडिया का प्रभाव” पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई।
डिजिटल सशक्तिकरण का महत्व
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित यह योजना विशेष रूप से समाज के पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
- स्मार्टफोन के माध्यम से छात्रों को शैक्षिक सामग्री तक पहुंचने में आसानी होगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए यह एक वरदान साबित होगा, जो अब तक डिजिटल संसाधनों की कमी के कारण पीछे रह जाते थे।
- ऑनलाइन क्लासेस, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं का उपयोग अब और अधिक सुलभ हो जाएगा।
भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें
सरकार का यह कदम सिर्फ एक शुरुआत है। आने वाले समय में:
- हर छात्र को टैबलेट और लैपटॉप देने की योजना पर काम हो रहा है।
- छात्रों के लिए डिजिटल सुरक्षा और प्रोग्रामिंग जैसे विशेष कोर्स शुरू किए जाएंगे।
- डिजिटल जागरूकता के लिए राज्य के हर जिले में सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
आकांक्षा त्यागी और डॉ. एस.एन. चौहान ने छात्रों को प्रेरित करते हुए यह भी कहा कि तकनीक का सही और सकारात्मक उपयोग युवाओं को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।
समारोह का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य डॉ. पूनम शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सरकार और अतिथियों का आभार व्यक्त किया और छात्रों को स्मार्टफोन का सही उपयोग करने की सलाह दी।