जानसठ (Muzaffarnagar ): कस्बे के शांत कहे जाने वाले क्षेत्र प्रेम विहार कॉलोनी में बीते सप्ताह के अंत में चोरी की एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित काले गेट के सामने बनी इस पॉश कॉलोनी में अज्ञात चोरों ने एक बंद मकान को निशाना बनाकर 64 हजार रुपये नकद, सोने और चांदी के कीमती जेवरात चोरी कर लिए।
पीड़ित अंशुल पुत्र मथन सिंह निवासी गांव ढांसरी, जो पिछले कुछ वर्षों से प्रेम विहार कॉलोनी में रह रहे हैं, ने बताया कि शनिवार की शाम वह अपने गांव गए थे और उनकी पत्नी दिल्ली अस्पताल में अपने रिश्तेदार से मिलने गई थीं। रविवार सुबह जब वह लौटे, तो घर का मैन गेट टूटा हुआ मिला, अलमारी के लॉक तोड़े जा चुके थे और सारा सामान तितर-बितर पड़ा था।
🔍 चोरों ने नहीं छोड़ा कोई सबूत, मगर CCTV से मिल सकते हैं सुराग
पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पीड़ित द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अलमारी में रखी 64,000 रुपये की नकदी के साथ-साथ सोने और चांदी के बहुमूल्य जेवरात चोरी कर लिए गए। अनुमान है कि चोरी का कुल नुकसान लाखों रुपये तक पहुंच सकता है।
मामले को और गंभीर बनाता है यह तथ्य कि चोरों ने पड़ोसी दीपक कुमार पुत्र लाल सिंह सैनी के मकान को भी निशाना बनाया। वहां से CCTV कैमरे और DVR डिवाइस चोरी कर ली गई। इससे स्पष्ट है कि चोर पेशेवर और योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देने आए थे, ताकि उनकी पहचान न हो सके।
🧠 सुनियोजित तरीके से दिया गया वारदात को अंजाम
इस घटना की योजना इतनी बारीकी से बनाई गई थी कि चोरों ने सबसे पहले DVR और CCTV उपकरणों को निशाना बनाया, जिससे उनकी पहचान में मुश्किल हो सके। अंशुल के घर में जबरदस्ती घुसने के लिए मैन गेट का ताला तोड़ा गया और अंदर घुसते ही सीधा अलमारी को तोड़ा गया।
पुलिस ने आसपास के इलाकों में लगे अन्य CCTV कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा, कॉलोनी में रहने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि कुछ सुराग मिल सकें। पुलिस को संदेह है कि चोरी की यह वारदात किसी जानकार द्वारा ही की गई हो सकती है, जो अंशुल और उनकी पत्नी की गैरमौजूदगी की जानकारी रखता हो।
😡 स्थानीय लोगों में दहशत और आक्रोश, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना क्षेत्रीय सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है। स्थानीय निवासी बेहद आक्रोशित हैं और पुलिस गश्त को लेकर नाराजगी जताई जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर समय-समय पर पुलिस पेट्रोलिंग होती, तो शायद इतनी बड़ी चोरी को अंजाम देना संभव नहीं होता।
कॉलोनीवासियों ने एक सुर में मांग की है कि यहां पुलिस चौकी स्थापित की जाए और गश्त को अनिवार्य बनाया जाए। इस वारदात के बाद अन्य लोगों ने भी अपने घरों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और सुरक्षा उपायों को अपडेट करना शुरू कर दिया है।
🚔 पुलिस कार्रवाई तेज, खोजबीन जारी, जल्द खुलासा संभव
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है। आसपास के क्षेत्रों के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं। थाना ककरौली पुलिस के अनुसार, जल्द ही इस वारदात का खुलासा किया जा सकता है।
फिलहाल अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस टीम गठित कर दी गई है जो विशेष रूप से इस घटना पर कार्य कर रही है। संभावित संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है ताकि मौके से मिले साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा सके।
🛑 ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई अधूरी रही
गौरतलब है कि प्रेम विहार कॉलोनी और इसके आसपास पहले भी चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में चोरों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। इससे चोरों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। अब जब चोरों ने DVR और CCTV तक को निशाना बनाया है, यह स्पष्ट है कि अपराधियों का नेटवर्क व्यापक हो सकता है।
📢 प्रशासन से मांग: CCTV अनिवार्य, चौकी स्थापना, रात्रि गश्त
इस घटना के बाद कॉलोनीवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि हर घर में CCTV लगाना अनिवार्य किया जाए और कॉलोनी में स्थाई पुलिस चौकी स्थापित की जाए। साथ ही, रात्रिकालीन गश्त को अनिवार्य कर, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर भी सार्वजनिक किया जाए।
🧱 लाखों का नुकसान और मानसिक आघात, परिवार सदमे में
पीड़ित अंशुल और उनका परिवार गहरे सदमे में है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “जिंदगी भर की कमाई एक रात में चली गई।” उनकी पत्नी अभी दिल्ली से लौटी भी नहीं थी, और घर की यह हालत देख वो भी टूट चुकी हैं।
परिवार ने प्रशासन से आग्रह किया है कि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उनकी संपत्ति को सुरक्षित करने में मदद दी जाए।
इस दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि घर की सुरक्षा केवल ताले या दरवाजों से नहीं होती। समय की मांग है कि हर नागरिक अपनी संपत्ति और परिवार की सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा ले, सतर्क रहे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज न करे। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वो जनता के भरोसे को मजबूत करे और ऐसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई करते हुए अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।