Muzaffarnagar: तितावी थाना पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी का परिचय देते हुए दो अवैध शस्त्र तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 06 तमंचे 315 बोर बरामद हुए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत यह बड़ी कार्रवाई की गई है। इस कामयाबी से पुलिस ने न केवल अपराधियों पर नकेल कसी है बल्कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था को भी मजबूत किया है।


कैसे हुई गिरफ्तारी?

यह गिरफ्तारी थाना तितावी पुलिस द्वारा हैदरनगर पुलिया के पास एक मुखबिर की सूचना पर की गई। इस अभियान का नेतृत्व थाना प्रभारी मानवेन्द्र भाटी ने किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों अंशुल उर्फ कवि पुत्र मित्तर सैन और आर्य उर्फ छोटू पुत्र परवीन को रंगे हाथों पकड़ लिया। इनके पास से 06 अवैध तमंचे बरामद किए गए, जो कि 315 बोर के हैं।


पूछताछ में बड़ा खुलासा

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए।

  1. शस्त्र आपूर्ति का नेटवर्क: अंशुल और आर्य ने बताया कि वे अपने एक अन्य साथी विशेष पुत्र राजपाल के साथ मिलकर क्षेत्र में अवैध हथियारों की सप्लाई करते हैं।
  2. दिल्ली और हरियाणा से हथियार की आपूर्ति: इनके मुताबिक, उनका साथी विशेष अवैध हथियारों को दिल्ली और हरियाणा से लाता है।
  3. डिमांड पर बिक्री: गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे इन हथियारों को ग्राहकों की डिमांड के आधार पर बेचते हैं।

इस खुलासे से यह स्पष्ट हो गया है कि क्षेत्र में अवैध हथियारों का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है, जो कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है।


गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास

पुलिस ने जानकारी दी है कि दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

  • अंशुल उर्फ कवि: माण्डी, थाना तितावी का निवासी है और इससे पहले भी कई मामलों में संदिग्ध रह चुका है।
  • आर्य उर्फ छोटू: हैदरनगर जलालपुर का निवासी है और इसका नाम भी कई मामलों में सामने आ चुका है।
    पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य अपराधियों और इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए काम कर रही है।

पुलिस टीम का सराहनीय कार्य

इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में शामिल अधिकारी:

  • व0उ0नि ओमेन्द्र सिंह
  • हेड कांस्टेबल विकास कुमार
  • कांस्टेबल गौरव राणा, प्रवीन भाटी, और सचिन तेवतिया

इनकी सूझबूझ और तत्परता ने इस बड़ी सफलता को संभव बनाया।


विशेष की तलाश जारी

गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने तीसरे साथी विशेष पुत्र राजपाल का नाम लिया है, जो इस नेटवर्क का मुख्य सप्लायर माना जा रहा है। विशेष की गिरफ्तारी के लिए एक अलग टीम गठित की गई है। पुलिस का कहना है कि उसे जल्द ही हिरासत में लिया जाएगा।


अवैध शस्त्र तस्करी का बढ़ता खतरा

यह घटना केवल तितावी तक सीमित नहीं है। देशभर में अवैध हथियारों की तस्करी तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में हथियारों का यह अवैध कारोबार संगठित अपराध का हिस्सा बन चुका है।

  • सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती: ऐसे अपराधी अक्सर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की पहुंच से दूर रहकर अपना नेटवर्क फैलाते हैं।
  • स्थानीय युवाओं का इस्तेमाल: इन अपराधों में अक्सर स्थानीय युवाओं को शामिल किया जाता है, जो बेरोजगारी या लालच के कारण इसमें फंस जाते हैं।

मुज़फ्फरनगर में अपराध पर प्रभाव

इस कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध शस्त्र तस्करी पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि इस अभियान को और भी तेज किया जाएगा।

  • अवैध हथियारों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
  • लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें।

निष्कर्ष नहीं, लेकिन आगे का कदम

इस घटना से यह साफ है कि पुलिस और प्रशासन अपराधियों के खिलाफ पूरी तरह सख्त है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।



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