वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचते ही सर्च ऑपरेशन में जुट गईं। आसपास के खेतों और घनी झाड़ियों की तलाशी ली जा रही है। विभाग ने तीन टीमें गठित की हैं, जो अलग-अलग इलाकों में तेंदुए की खोज कर रही हैं। इसके साथ ही तीन सीसी कैमरे, तीन ट्रैपिंग कैमरे और दो बड़े पिंजरे लगाए गए हैं। ड्रोन कैमरे की मदद से भी क्षेत्र की निगरानी की जा रही है।
डीएफओ राम सिंह यादव ने बताया कि उमरी दहलो, बिराहिमडीहा और इंदनापुर गांव के साथ ही आसपास के गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार कोशिश हो रही है। इसके साथ ग्रामीणों को जागरूक करने का अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।
घर पहुंचा महिला का शव तो बिलख उठे परिजन
उमरी दहलों गांव निवासी शांति (55) की तेंदुए के हमले में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद बृहस्पतिवार को जैसे ही शव गांव पहुंचा परिजन बिलख पड़े। चीख पुकार के बीच शव का अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस के देर से पहुंचने पर ग्रामीण नाराज
गांव वालों का कहना है कि घटना की जानकारी तुरंत फखरपुर पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस तीन घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मौके पर आकर पुलिस थोड़ी देर बाद लौट भी गई। लोगों का कहना है कि मुसीबत के समय पर पुलिस का ही सहारा होता है, लेकिन पुलिस भी समय पर नहीं पहुंचती। यह सीधी लापरवाही है और इसकी जांच होनी चाहिए।




