दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे पावन पर्वों से ठीक पहले Muzaffarnagar जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों पर बड़ी कार्रवाई की गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (Food Safety and Drug Administration) की टीम ने शहर और कस्बों में छापेमारी कर भारी मात्रा में मिलावटी मिठाई, गाजर का पेस्ट और सॉस बरामद किया, जिसे मौके पर ही नष्ट करा दिया गया।


खाद्य विभाग की टीम एक्शन में, त्योहारों पर मिलावटखोरों को चेतावनी

आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ और जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर के आदेश पर यह विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया गया। सहायक आयुक्त (खाद्य) श्रीमती अर्चना धीरान और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवकुमार मिश्रा के नेतृत्व में टीम ने पूरे जनपद में सघन चेकिंग अभियान चलाया।

टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुनील कुमार, विशाल चौधरी, वैभव शर्मा, मनोज कुमार और कुलदीप सिंह शामिल रहे। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि दीपावली के समय लोगों तक केवल शुद्ध खाद्य पदार्थ ही पहुँच सकें।


मिलन स्वीट्स पर कार्रवाई – चमचम और घीया लॉज पर संदेह, माल नष्ट

जानसठ स्थित मैसर्स मिलन स्वीट्स से टीम ने चमचम के दो नमूने और घीया की लॉज का एक नमूना एकत्र किया। प्रारंभिक जांच में मिलावट का संदेह होने पर लगभग 100 किलोग्राम चमचम जिसकी अनुमानित कीमत ₹28,000 थी, को नियमानुसार नष्ट कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह मिठाई त्यौहारों के लिए बड़ी मात्रा में तैयार की जा रही थी, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा हो सकता था।


नेचुरल फूड्स पर गाज – गाजर पेस्ट और सॉस मिला अस्वच्छ, दूषित

मैसर्स नेचुरल फूड्स, बसायच (जानसठ) से खाद्य टीम ने गाजर का पेस्ट, रेड चिली और सॉस के नमूने लिए। जांच में यह पाया गया कि खाद्य पदार्थ अस्वच्छ और दूषित अवस्था में रखे गए थे। मिलावट के गहरे संदेह पर टीम ने 100 किग्रा गाजर का पेस्ट (₹4,000 मूल्य) और 200 किग्रा सॉस (₹20,000 मूल्य) को मौके पर ही नष्ट कराया।


रजत जैन डेयरी पर भी जांच – दूध और पनीर के नमूने लिए गए

टीम ने मैसर्स रजत जैन डेयरी, जानसठ से मिश्रित दूध और पनीर के नमूने एकत्र किए हैं। इन्हें खाद्य प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


8 नमूने लिए गए, जांच के लिए भेजे गए लखनऊ

कुल 08 खाद्य नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। यदि जांच में मिलावट की पुष्टि होती है तो संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।


त्यौहारों पर बढ़ती मांग के बीच मिलावटखोर सक्रिय – प्रशासन चौकन्ना

दीपावली के अवसर पर मिठाइयों की मांग तेजी से बढ़ जाती है, और इसी का फायदा उठाकर कुछ कारोबारी नकली या घटिया सामग्री का प्रयोग कर मुनाफाखोरी करते हैं। मुजफ्फरनगर प्रशासन ने इस बार ऐसे कारोबारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं ताकि लोगों की सेहत सुरक्षित रहे।


जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक

कार्रवाई के बाद जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई। बैठक में त्योहारों के दौरान स्वच्छता, मिलावट नियंत्रण, और खाद्य विक्रेताओं की जवाबदेही पर चर्चा हुई। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आने वाले दिनों में नियमित रूप से बाजार निरीक्षण किया जाए और यदि कोई दुकानदार मिलावट करता पाया जाए, तो उसके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।


सहायक आयुक्त अर्चना धीरान का बयान – “मिलावट बर्दाश्त नहीं”

अर्चना धीरान ने कहा कि त्योहारों के सीजन में विभाग की टीमें चौबीसों घंटे सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि विभाग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी नागरिक मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन न करे। “यह लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा है, किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरती जाएगी,” उन्होंने जोड़ा।


लोगों से अपील – खाद्य सामग्री खरीदते वक्त रखें सावधानी

खाद्य विभाग ने जनता से अपील की है कि मिठाइयाँ और अन्य खाद्य सामग्री हमेशा विश्वसनीय दुकानों से ही खरीदें। खुले में रखे खाद्य पदार्थ या अत्यधिक सस्ते उत्पादों से बचें। यदि किसी प्रकार की मिलावट या अस्वच्छता का संदेह हो, तो तत्काल खाद्य विभाग या स्थानीय प्रशासन को सूचना दें।


स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय – मिलावटी खाद्य पदार्थ बन सकते हैं जानलेवा

विशेषज्ञों के अनुसार, रंग, सुगंध या स्वाद बढ़ाने के लिए मिलाए जाने वाले रासायनिक पदार्थ शरीर में जहर का काम करते हैं। इससे पेट की बीमारियां, लीवर की खराबी और लंबे समय में कैंसर जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। दीपावली पर ऐसे मामलों में वृद्धि आम बात है, इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है।


खाद्य विभाग की कार्रवाई से बढ़ा जनता का भरोसा

लोगों ने खाद्य विभाग की इस कार्रवाई की सराहना की है। सोशल मीडिया पर कई स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने त्योहारों के समय पर इतनी सतर्कता दिखाई। अब उम्मीद की जा रही है कि अन्य जिलों में भी इसी तरह की छापेमारी होगी ताकि मिलावटखोरों के हौसले पस्त रहें।


मुजफ्फरनगर में दीपावली से पहले हुई इस कार्रवाई ने प्रशासन की गंभीरता को साबित किया है। मिलावटखोरों के खिलाफ इस सख्त कदम ने लोगों में भरोसा जगाया है कि त्यौहारों पर अब शुद्धता ही प्राथमिकता होगी। खाद्य विभाग की सतर्कता से न सिर्फ जनस्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा बल्कि मिलावटखोरी जैसी सामाजिक बुराई पर भी कड़ा प्रहार हुआ है।



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