प्रार्थना पत्र के निस्तारण के बाद आरोपियों पर तय होंगे आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। थाना पाली के अंदर हुए नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म मामले में न्यायालय में अब तरीख दर तारीख सुनवाई शुरू हो गई है। पुलिस ने न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। आरोप पत्र में लगाए गए चार्ज के खिलाफ प्रतिवादियों ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया है।
एक वर्ष पूर्व थाना पाली में नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म करने का मामला प्रदेश स्तर पर काफी छाया रहा था। दुष्कर्म का आरोप तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक तिलकधारी सरोज पर लगे थे। हाईप्रोफाइल इस मामले में पुलिस ने थाना प्रभारी निरीक्षक सहित करीब आधा दर्जन से अधिक आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी। मुकदमें की विवेचना करने रहे विवेचक ने कुछ माह पूर्व आरोपियों के विरुद्घ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिए थे। इसके बाद यह मामला न्यायालय में पहुंच गया। आरोप पत्र में लगाए गए चार्ज के खिलाफ प्रतिवादियों ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया है। शासकीय अधिवक्ता नरेंद्र सिंह गौर ने बताया कि न्यायालय द्वारा प्रतिवादियों के प्रार्थनापत्र पर सुनवाई नहीं की गई। आगामी तारीखों में उनके प्रार्थनापत्र पर विचार कर उसका निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद पुलिस के चार्जशीट व साक्ष्यों के आधार पर मुकदमें का स्वरूप तय होगा। बतातें चलें कि महिला एवं बाल यौन शोषण के अपराधों पर तत्काल सुनवाई कर, दोषियों सजा दिलाने को न्यायालय तरीख दर तरीख सुनवाई कर रही है। जिससे कि अपराध कारित करने वाले आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके।