Muzaffarnagar में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। रुड़की रोड स्थित एक प्रतिष्ठित मार्केट में चल रहे एक होटल से जुड़ा ऐसा वीडियो सामने आया जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। वीडियो में एक होटल कारीगर, जिसकी पहचान शाहनवाज पुत्र अब्दुल अजीज के रूप में हुई है, को रोटी बनाते समय उस पर थूकते हुए साफ देखा जा सकता है।
वीडियो वायरल होते ही शहर में भड़का गुस्सा, होटल पर हुई छापेमारी
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, आम नागरिकों और शहर के व्यापारियों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। लोगों ने इस अमानवीय और घृणित कृत्य की निंदा करते हुए प्रशासन से सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की।
नगर कोतवाली प्रभारी उमेश रोरिया ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस टीम को निर्देशित किया और कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी शाहनवाज को दक्षिण कृष्णापुरी, थाना खालापार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना, आरोपी को भेजा गया जेल
शाहनवाज को उसी होटल से दबोच लिया गया जहां यह कृत्य किया गया था। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया की तारीफ करते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार के मामलों में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी घटनाएं, होटल व्यवसाय की साख पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब खाने-पीने के सामान से संबंधित ऐसी शर्मनाक घटना सामने आई हो। पहले भी कई बार ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें होटल या ढाबों में खाद्य सामग्री के साथ अमानवीय व्यवहार देखा गया है। ऐसे मामलों ने न केवल आम लोगों की सेहत को खतरे में डाला है बल्कि होटल व्यवसाय की साख को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग भी आया हरकत में, जल्द होगी छानबीन
सूत्रों के अनुसार, इस घटना के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी क्षेत्र के होटल और रेस्टोरेंट्स पर निगरानी बढ़ा दी है। विभाग की टीमें जल्द ही इस होटल समेत अन्य संदिग्ध खाद्य प्रतिष्ठानों की जांच करेगी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने भी होटल लाइसेंस रद्द करने पर विचार शुरू कर दिया है।
शहरवासियों में भय का माहौल, खाने को लेकर गहरी चिंता
इस घटना ने आम लोगों में होटल और रेस्टोरेंट्स के भोजन की स्वच्छता को लेकर डर पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बयां करती हैं कि अब वे बाहर का खाना खाते समय दस बार सोचेंगे। कई उपभोक्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि सभी खाने-पीने की जगहों पर CCTV लगवाना अनिवार्य किया जाए और हर कारीगर का पुलिस सत्यापन कराया जाए।
क्या कहती है IPC और कानून इस अमानवीय कृत्य पर?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराएं ऐसे मामलों पर लागू होती हैं। खाद्य पदार्थों को जानबूझकर दूषित करना या उपभोक्ता को धोखे में रखकर अस्वच्छ भोजन परोसना गंभीर अपराध है। शाहनवाज पर IPC की धाराओं के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे में डालने, जानबूझकर अशुद्धता फैलाने, और धोखाधड़ी जैसे आरोप लगाए गए हैं, जिससे उसे जेल भेज दिया गया है।
व्यापारियों की चेतावनी: ऐसे होटलों का बहिष्कार करें जनता
घटना के बाद शहर के व्यापार मंडल ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमें यह प्रस्ताव पास किया गया कि यदि किसी भी होटल में ऐसी घटनाएं दोबारा होती हैं, तो वह होटल स्थायी रूप से बंद किया जाएगा। व्यापारियों ने आम जनता से भी अपील की कि वे ऐसे होटलों का बहिष्कार करें जहां स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जाता।
वायरल वीडियो ने फिर उठाए सोशल मीडिया की ताकत पर सवाल
यह घटना एक बार फिर इस बात को साबित करती है कि सोशल मीडिया न केवल एक सूचना का माध्यम है बल्कि सामाजिक न्याय दिलाने का एक सशक्त मंच बन चुका है। यदि यह वीडियो सामने न आता तो शायद यह शर्मनाक हरकत जनता के सामने कभी नहीं आ पाती। सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुहिम छेड़ दी थी, जिसने प्रशासन को हरकत में ला दिया।
लोगों ने कहा—अब वक्त आ गया है सख्त नियमों का
इस तरह की घटनाओं से न केवल स्वास्थ्य को खतरा है बल्कि समाज में भय और अविश्वास का माहौल भी बनता है। जनता की मांग है कि सरकार और प्रशासन ऐसे मामलों में ‘ज़ीरो टॉलरेंस नीति’ अपनाएं। साथ ही, होटल व ढाबों के लिए स्वच्छता मानकों की निगरानी और पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाए।
शहर में होटल कारीगरों पर लगेगा शिकंजा, पुलिस करेगी विशेष अभियान
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आने वाले हफ्तों में शहर के प्रमुख होटलों में काम करने वाले सभी कारीगरों की सूची तैयार की जाएगी। इन सभी का पुलिस वेरिफिकेशन और स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
मुजफ्फरनगर में वायरल हुए रोटी थूकने वाले वीडियो ने न केवल शहर को झकझोर दिया बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हम अपने खाने को कितना सुरक्षित मान सकते हैं। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं दी जाएगी, तब तक ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहेंगी।