
मृतकों का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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जिस बेटे को मां-बाप ने बड़े नाज-नखरों के संग पाला, आज उसी बेटे के हाथ उनके ऊपर उठते समय तनिक भी नहीं कांपे। बुजुर्ग पिता पर लोहे के तवे से एक के बाद एक उसने सीधे आठ वार सिर पर किए। इससे सिर में गंभीर जख्म हो गए। गंभीर जख्म हो जाने से लक्ष्मी प्रसाद को ब्रेन हैमरेज हो गया। इससे मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
पोस्टमार्टम कराने पर उनके सिर में आठ गहरे जख्म मिले। इन गहरे जख्मों की वजह से ही उनकी जान चली गई। वहीं, पति को बचाने के लिए उसकी मां विमला ने भी बेटे अंकित को रोकने की कोशिश की लेकिन, उस समय तो जैसे अंकित के सिर पर खून सवार था। उसने मां को धक्का देकर नीचे गिरा दिया। उसके बाद खून से सने तवे से मां के ऊपर ताबड़तोड़ कई वार कर डाले। मां भी बेदम होकर वहां गिर पड़ी। मां को मरा मानकर अंकित वहां से चला गया। विमला का पोस्टमार्टम कराने पर उसके सिर में पांच गहरे घाव मिले। मां पर उसने रॉड़ से भी हमला किया। इससे उसके हाथ और पांव में भी चोट आई। गहरे जख्म एवं अत्यधिक खून बह जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। उधर, पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया। देर-शाम परिजनों ने उनके शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया।
पबजी गेम ने बिगाड़ा दिमागी संतुलन
झांसी में शुक्रवार की देर रात को अपने कमरे में सो रहे शिक्षक पिता और मां को लोहे के तवे और डंडे से पीट-पीटकर मार डाला। परिवार के लोगों का कहना है कि युवक पबजी गेम के मकड़जाल में फंसकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठा था। वह बीते दिन भी मोबाइल पर गेम खेल रहा था। गुस्साए पिता ने उससे मोबाइल छीना और घर में छुपा दिया। उस वक्त तो युवक नाराज होकर अपने कमरे में चला गया लेकिन देर रात को उसने सोते मां-बाप पर हमला कर दिया।