उरई (जालौन)-
जिला जालौन के न्यायप्रिय पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार के सख्त निर्देश है कि किसी भी पीड़ित को चक्कर न लगवाए जाएं परंतु थाना गोहन में तैनात एसएसआई वीरेंद्र बहादुर को पुलिस अधीक्षक के इस निर्देश से कोई वास्ता नहीं है वह योगी सरकार एवं पुलिस अधीक्षक के आदेश निर्देशों के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं! तभी तो प्रार्थना पत्र देने वाले शिकायतकर्ता पर समझौता करने का दवाब बनाया जांच अधिकारी से न्याय न मिलता देख पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक महोदय से न्याय व मदद की गुहार लगाई! पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देने से एस एस आई बहुत अधिक खफा हो गए और पीड़ित को ही जेल भेजने के लिए कहा! पीड़ित परेशान है कि एसएसआई साहब उससे जबरन कुछ भी लिखवा सकते हैं और उसे या उसके परिवारजन को झूठा फंसा सकते हैं! पीड़ित बीस दिन से चक्कर काट रहा है परंतु एस आई वीरेंद्र बहादुर के कारण उसकी चोरी गई भेड़ व नगदी तो नहीं मिली उल्टा उसे हड़की मिली! पीड़ित द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार ग्राम गोहन निवासी महेश गरीब है भेड़ चराने का काम करता है! गांव के ही मंगल सिंह ने उसके घर में घुसकर उसे नशीला पदार्थ खिला दिया और उसकी 10 भेड़ व 25000 रु नगदी चुरा ले गया! जब महेश को होश आया तो उसने इसका विरोध किया तो युवक ने उसके साथ मारपीट की! पीड़ित महेश थाना गया जहां एसएसआई बीरेंद्र बहादुर ने प्रार्थना पत्र ले लिया और दूसरे पक्ष से मिलकर महेश से समझौता करने के लिए कहा! न्याय न मिलता देख महेश ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया इससे वीरेंद्र बहादुर बहुत अधिक क्रोधित हो गए और पीड़ित को ही जेल भेजने के लिए कहा! एसएसआई 20 दिन से पीड़ित महेश को चक्कर लगवा रहे हैं!
