शाहपुर। मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) हर साल 24 अक्टूबर को मनाया जाने वाला विश्व पोलियो दिवस एक ऐसा अवसर है जो न केवल पोलियो के खिलाफ वैश्विक लड़ाई की याद दिलाता है, बल्कि समाज में इस घातक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने का भी काम करता है। इस विशेष दिन पर शाहपुर कन्या इंटर कॉलेज में रोटरी क्लब सखी द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता ने इस उद्देश्य को साकार किया। छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे यह साबित होता है कि युवा पीढ़ी पोलियो उन्मूलन के लिए कितनी गंभीर है।
रोटरी क्लब सखी का योगदान
रोटरी क्लब सखी की अध्यक्ष नीलम गुप्ता ने इस अवसर पर बताया कि यह दिन पोलियो उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाने और वैश्विक प्रयासों को समर्थन देने का दिन है। उनका कहना था, “हम सभी को मिलकर पोलियो के खिलाफ आवाज उठानी होगी। पोलियो वैक्सीन के महत्व को समझना और इसे सभी बच्चों तक पहुँचाना बेहद जरूरी है।”
छात्राओं की सृजनशीलता
इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं ने अपने पोस्टर के माध्यम से पोलियो ड्रॉप्स और वैक्सीन की महत्ता को चित्रित किया। नताशा सैनी, जोया मालिक, सुहाना, अदीबा, नवीसता, इकरा, मिस्कात, अरीबा, आसमीन, अंजली, और सानिया जैसी छात्राओं ने अपनी कला से यह संदेश दिया कि पोलियो एक गंभीर समस्या है, जिसका समाधान केवल जागरूकता और टीकाकरण में है।
विद्यालय का सक्रिय योगदान
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक अरविंद गुप्ता ने कहा, “विश्व पोलियो दिवस हर साल हमें याद दिलाता है कि पोलियो जैसे जानलेवा रोग को समाप्त करने का संकल्प हम सभी को लेना है।” उन्होंने यह भी बताया कि 1988 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने पोलियो को समाप्त करने का संकल्प लिया था और तब से इस दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं।
पोलियो की वैश्विक स्थिति
पोलियो एक जानलेवा बीमारी है जो पोलियो वायरस के कारण होती है। डब्ल्यूएचओ ने 2002 में यूरोपीय क्षेत्र को पोलियो मुक्त घोषित किया, और तब से हर साल यह दर्जा बनाए रखा गया है। आज भी, यह आवश्यक है कि हर बच्चे को पोलियो टीकाकरण का लाभ मिले, ताकि यह बीमारी दोबारा न फैले।
टीकाकरण का महत्व
पोलियो-मुक्त भविष्य सुनिश्चित करने के लिए, उच्च टीकाकरण कवरेज बनाए रखना, वायरस की किसी भी उपस्थिति का पता लगाना और प्रकोप की स्थिति में प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहना आवश्यक है। इस तरह की जागरूकता कार्यक्रमों से न केवल बच्चों को सुरक्षा मिलती है, बल्कि माता-पिता और समुदाय को भी यह समझ में आता है कि टीकाकरण क्यों महत्वपूर्ण है।
भविष्य की दिशा
पोलियो के खिलाफ लड़ाई में सभी का योगदान महत्वपूर्ण है। नीलम गुप्ता ने कहा, “हमें आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है ताकि पोलियो के खिलाफ जागरूकता बढ़ सके।” इसी तरह, अन्य रोटरी क्लबों और समाजसेवियों को भी इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है।
इस विश्व पोलियो दिवस ने शाहपुर में न केवल जागरूकता का संचार किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि युवा पीढ़ी इस गंभीर बीमारी के खिलाफ लड़ाई में कितनी सक्रिय है। एक सशक्त समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर पोलियो के खिलाफ एकजुट हों और इसे जड़ से समाप्त करें। पोलियो मुक्ति के इस अभियान में सभी को शामिल होने की आवश्यकता है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें।