बोनसाई और हाइब्रिड पौधे घर में ला सकते हैं हरियाली
ऑक्सीजन प्लांट से सजा सकते हैं बालकनी, कमरे और छत
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टैग : विश्व पर्यावरण दिवस
अनीता वर्मा
झांसी। आज विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाएगा। जगह-जगह पौधरोपण होगा। बड़े-बड़े भाषण होंगे। शहर में ही लाखों पौधे रोप दिए जाएंगे। ऐसा ही कुछ पिछले साल भी हुआ था, लेकिन अक्सर अनदेखी के चलते इनमें से अधिकांश पौधे नष्ट हो जाते हैं। असल में पौधे इंसानों के लिए कितनी अहमियत रखते हैं, ये बात कोरोना काल ने लोगों को सिखा दी। शायद इसीलिए अब लोग घर में पौधरोपण को तवज्जो दे रहे हैं। तो आज घर से पार्क या यहां-वहां जाने की बजाए जरूरी है कि अपने घर में ही एक पौधा लगाएं।
पहले जहां घर की बालकनी में सजावटी पौधे ही दिखते थे, अब वहां फल-फूल और ऑक्सीजन वाले पौधों के साथ हाइब्रिड और बोनसाई पौधे खूब दिख रहे हैंं। दुकानदार बता रहे हैं कि घर के अंदर, बाहर, बालकनी और छत पर बोनसाई व हाइब्रिड पौधे लगाने का चलन तेजी से बढ़ा है।
इलाइट स्थित नर्सरी के दुकानदार बता रहे हैं कि इधर सरकारी पौधरोपण में भले ही आम लोगों को रुचि न हो, लेकिन घर में ऑक्सीजन प्लांट व हाइब्रिड पौधे गमलों और क्यारी में लगाने का चलन तेजी से बढ़ा है। लोग एलोवेरा, वाइल्ड जरबेरा, स्नेक प्लांट, ऑरकिड, क्रिसमस कैक्टस, पीपल, नीम, बोस्टन फर्न, वीपिंग फिग्स, जरबेरा डेजी, एरेका पाम, पीस लिली, गोल्डन पाथोस और मनी प्लांट के पौधे साइज के अनुसार 150 से 350 रुपये में ले जा रहे हैं।
दुकानदार संतोष और अशोक ने बताया कि रबड़ प्लांट, तिकोमा, गुड़हल, कनेर, गुलाब, बोगन बेलिया, पैंटस, गंधराज, मोगरा, रात की रानी, गुड़ीगंधा, चंपा, क्रीपर, मधुमालती, सूरजमुखी, पारचूला, पिंटस, ब्रोकन हार्ट के अलावा तुलसी, हल्दी, चमेली, मोगरा और चांदनी के पौधे खूब पसंद किए जा रहे हैं। शहर के पौधे इलाइट-सीपरी बाजार रोड, आवास विकास, ग्वालियर रोड और नर्सरी से खरीदे जा सकते हैं।
घर में ये पौधे लगाएं
-क्रोटन : परिवर्तन और अच्छी उर्जा देने वाला पौधा।
-पीपल बोन्साई : सौभाग्य, खुशी और दीघायु के लिए।
-पीस लिली : ये लकी प्लांट है, साथ ही हवा को शुद्ध करता है।
मनी प्लांट : धन का सूचक, लेकिन इसे सीधे जमीन पर न रखें।
बढ़ा सजावटी गमलों और प्राकृतिक डेकोरेशन का चलन
बाजार में घर को पौधों से सजाने के साथ उसे प्राकृतिक लुक देने के लिए चिड़िया के घोंसले, हैंगिंग बास्केट, जाली पर टांगने वाले कलरफुल गमले, कटोरी स्टाइल गमले और कई तरह की वॉल हैंगिंग उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 25 रुपये गमले से लेकर 150 रुपये तक है। चिड़िया के डिजाइनर घोंसले 100 रुपये से लेकर 250 रुपये तक है।
अब लोग घर में ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगा रहे हैं। छोटी बालकनी में भी बारहमासी और हाइब्रिड पौधे पसंद कर रहे हैं।
महेंद्र कुशवाहा-पौध विक्रेता
कोरोना काल के बाद से ऑक्सीजन और घर के अंदर पौधे लगाने की मांग तेजी से बढ़ी है। छत पर भी लोग बगिया बना रहे हैं।
अरबाज-पौध विक्रेता
अब सजावटी पौधे के अलावा फल और फूल वाले पौधे खूब खरीदे जा रहे हैं। आकर्षक गमलों में बालकनी में खूब पौधे लग रहे हैं।
जयप्रकाश-पौध विक्रेता
अबकी साल बढ़ाया लक्ष्य, रोपे जाएंगे 98.63 लाख पौधे
झांसी। पर्यावरण में फैले प्रदूषण पर नियंत्रण करने के साथ ही हरियाली के लिए वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष पौधरोपण किया जाता है। पिछले वर्ष वन विभाग की नर्सरियों में 79.51 लाख पौधों को तैयार किया था। गत वर्ष वन विभाग द्वारा 45.66 लाख और अन्य विभागों द्वारा 24 लाख पौधे रोपे गए थे। वहीं, इस वर्ष पौधरोपण के लक्ष्य को बढ़ा दिया गया है। इस वर्ष जिले में 98.63 लाख पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग द्वारा 52.97 लाख एवं अन्य विभागों द्वारा 45.66 लाख पौधे लगाए जाएंगे। पौधरोपण अभियान के तहत जुलाई माह के पहले सप्ताह में पौधारोपण शुरू किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाने लगा है। प्रभागीय वन अधिकारी एमपी गौतम ने बताया कि विभाग की नर्सरियों में पौधों को तैयार कर लिया गया है। इस वर्ष जिले भर में 98.63 लाख पौधे लगाए जाएंगे।