जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि बीएलओ सर्वेश की मौत हार्ट अटैक से हुई है। उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। उनके आश्रितों को सरकारी प्रावधान के मुताबिक लाभ दिया जाएगा। उनके बच्चों के लिए जितना भी हो सकेगा, जिला प्रशासन अपने स्तर से भी मदद करेगा। सर्वेश का निर्वाचन कार्य जिले और प्रदेश स्तर पर अच्छा था। चार दिन पहले उनके काम की प्रशंसा भी हुई थी।
दो माह पहले हुई थी पत्नी की मौत, दो बच्चे बेसहारा
मृतक के बड़े भाई योगेश गंगवार ने बताया कि वर्ष 2015 में शिक्षक के पद पर सर्वेश की नियुक्ति हुई थी। सितंबर में सर्वेश की पत्नी प्रभा गंगवार की मौत कैंसर की वजह से हुई थी। सर्वेश के पांच साल के दो जुड़वा बच्चे अहाना और अयांश हैं। पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचे योगेश के करीबी दोनों बच्चों के भविष्य को लेकर खासे चिंतित दिखे। लोगों का कहना था कि दो मासूम बच्चों के सिर से पहले मां और फिर पिता का साया उठ गया। ऊपर वाले ने ऐसा अनर्थ क्यों किया?
परिवार को दिया जाए एक करोड़ रुपये का मुआवजा
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार ने कहा कि अफसर शिक्षकों से बदसलूकी करते हैं। शिक्षक रोजाना रात 12 बजे तक काम कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें प्रशासनिक अफसरों से अपमानित होना पड़ रहा है। एसआईआर के लिए एक माह की अवधि बहुत कम है। हमारी मांग है कि शिक्षक सर्वेश के परिजनों को सरकार एक करोड़ रुपये का मुआवजा दे। भोजीपुरा के खंड शिक्षा अधिकारी और कई शिक्षक पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। सभी का कहना था कि सर्वेश काफी मिलनसार थे। पत्नी की मौत के बाद वह दुखी रहते थे। मगर, अपनी ड्यूटी के साथ ही वह अपने दोनों बच्चों की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।




