– अचानक सीने में दर्द उठा और इसके बाद हो गया था अचेत

– पोस्टमार्टम में मौत की वजह नहीं हो पाई स्पष्ट, विसरा और हृदय की होगी जांच

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। पूंछ थाना इलाके के ग्राम बरोदा में फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए एक व्यक्ति की बुधवार को मौत हो गई। पोस्टमार्टम में उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं पाया है। विसरा व हृदय को सुरक्षित रख लिया गया है, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि मृतक फूड पॉइजनिंग का शिकार नहीं हुआ था, जबकि परिजनों का कहना है कि त्रयोदशी का खाना खाने से उसकी तबीयत खराब हुई थी और उसने गांव में लगे कैंप में दवा भी ली थी।

ग्राम बरोदा में पूर्व प्रधान लाखन सिंह राजपूत के यहां बीते सप्ताह शुक्रवार को त्रयोदशी संस्कार में शामिल हुए एक हजार लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे। इनमें से कई मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ अन्य अस्पतालों में जारी है। आयोजन में गांव के कल्याण सिंह राजपूत (50) ने भी खाना खाया था। हालत बिगड़ने पर उन्होंने रविवार को गांव में लगे स्वास्थ्य विभाग के शिविर में पहुंचकर दवा ली थी। इसके बाद उनकी सेहत में सुधार हो गया था। बुधवार की सुबह कल्याण सिंह अपने घर पर काम कर रहे थे। इसी दरम्यान सुबह तकरीबन नौ बजे उनके सीने में दर्द होने लगा और कुछ ही देर में अचेत हो गए। परिजन आनन-फानन एंबुलेंस के जरिये उन्हें मोंठ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जानकारी लगते ही एसडीएम मनोज कुमार सरोज, सीओ हरिमोहन सिंह व तहसीलदार प्रभात कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए झांसी भेजा। यहां दो डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। लेकिन, पोस्टमार्टम से मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई। ऐसे में विसरा व हृदय को सुरक्षित रख लिया गया, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा रहा है। देर शाम ग्राम बरोदा में पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।

मृतक के भाई बृजबिहारी ने बताया कि त्रयोदशी में खाना खाने से कल्याण सिंह की तबीयत खराब हो गई थी। उन्होंने गांव में लगे शिविर में दवा ली थी, जिसके बाद उनकी सेहत में सुधार आ गया था। वहीं, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) एके सिंह ने बताया कि मृतक का नाम फूड पॉइजनिंग से बीमार होने वाली मरीजों की सूची में नहीं है। इसकी जांच करा ली गई है। प्रथम दृष्टया मौत की वजह हृदयाघात लग रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।



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